ग्वालियर 11 नवम्बर 2025/ ग्वालियर की स्थापत्य, सांस्कृतिक और अमूर्त धरोहर को केंद्र में रखकर पर्यटन विभाग द्वारा द्रोणा फाउण्डेशन के सहयोग से कार्यशाला सह संवाद कार्यक्रम का आयोजन हुआ। “ग्वालियर हेरिटेज सिटी – द ग्लोरी ऑफ ग्वालियर” विषय पर मंगलवार को यह विशेष कार्यक्रम माधव प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान संस्थान (एमआईटीएस) में आयोजित किया गया। इस दौरान ग्वालियर की धरोहर पर हुए संवाद सत्र के माध्यम से प्रतिभागियों ने शहर की ऐतिहासिक धरोहरों से परिचित होकर उनके संरक्षण व महत्व पर अपने-अपने विचार साझा किए।
महापौर डॉ. शोभा सिकरवार, राजा मान सिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय की कुलगुरू डॉ. स्मिता शहस्त्रबुद्धे, नगर निगम आयुक्त, ग्वालियर स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री संघ प्रिय, भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान (आईआईटीटीएम) के निदेशक डॉ. आलोक शर्मा, मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड के संयुक्त संचालक श्री पी.एस. बघेल एवं एमआईटीएस की प्रो. मंजीरी पंडित की मौजूदगी में आयोजित हुए इस कार्यक्रम का उद्देश्य ग्वालियर की ऐतिहासिक पहचान और सतत् विकास के मध्य संवाद को प्रोत्साहित करना था।
कार्यक्रम में श्री शिशिर श्रीवास्तव सहित शहर की विरासत एवं निर्णय-प्रक्रिया से जुड़े अधिकारी, विशेषज्ञ और प्रतिनिधि शामिल हुए। कार्यक्रम का समन्वय एमआईटीएस की फैकल्टी सदस्य डॉ. अंजली पाटिल एवं सुश्री प्रांशी जैन के सहयोग से तथा द्रोणा फाउंडेशन की सुश्री तपस्या सामल द्वारा किया गया। यह आयोजन ग्वालियर की सांस्कृतिक विरासत के संवर्धन और संरक्षण के प्रति एक सार्थक पहल के रूप में सामने आया।

