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दुबई की नौकरी छोड़ युवक ने शुरू किया मछली पालन

कमाई जानकर चौंक जाएंगे आप
लोगों को लगता है कि खेती- किसानी या मछली पालन में उतनी अधिक कमाई नहीं है. सिर्फ नौकरी की इनकम से ही अच्छी जिन्दगी जी जा सकती है. लेकिन ऐसी बात नहीं है. भारत में हजारों की संख्या में ऐसे युवा हैं, जिन्होंने अच्छी- खासी नौकरी छोड़ दी और घर आकर खुद का बिजनेस शुरू कर दिया. आज ये युवा न सिर्फ बिजनेस से मोटी कमाई कर रहे हैं, बल्कि कई लोगों को राजगार भी दे रहे हैं. इन्हीं युवाओं में से बिहार के रहने वाले दो सगे भाई भी हैं. इन में से एक भाई ने 1.25 लाख रुपये की नौकरी छोड़ दी और गांव में आकर मछली पालन का काम शुरू कर दिया. इससे उन्हें अच्छी आमदनी हो रही है.

ऐसे ये दोनों भाई गया जिला के इमामगंज प्रखंड स्थित पड़रिया गांव के रहने वाले हैं. एक भाई का नाम करणवीर सिंह है तो दूसरे भाई का नाम विशाल कुमार सिंह है. करणवीर सिंह ने दिल्ली से होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई की है. इसके बाद उन्होंने दुबई के एक होटल में 12 साल तक नौकरी की. वहां उन्हें महीने में 1.25 लाख रुपये की सैलरी मिलती थी. लेकिन लॉकडाउन के दौरान जब गांव आए, तो वापस नहीं गए. यहीं पर खुद का बिजनेस करने का प्लान बनाया. कई एक्सपर्ट से मिलने के बाद उन्होंने आधुनिक विधि से खेती और मछली पालन करने का प्लान बनाया.

कृषि मंत्री ने भी किया सम्मानित

वहीं, विशाल कुमार सिंह का दिल्ली में खुद का लैंप सेट का व्यवसाय था. लेकिन लॉकडाउन के चलते उनका बिजनेस भी ठप पड़ गया. ऐसे में उन्हें भी वापस गांव आना पड़ा. फिर दोनों भाइयों ने मिलकर घर पर ही दो एकड़ में बने निजी तालाब और 9 एकड़ का तालाब लीज पर लेकर मछली पालन शुरू कर दिया. आज दोनों भाई मछली पालन से गांव में ही लाखों रुपये की कमाई कर रहे हैं. करणवीर सिंह का कहना है कि शुरुआत में डेढ़ साल तक सिर्फ निवेश ही करना पड़ा. कमाई न के बराबर हुई. लेकिन धीरे- धीरे आमदनी होने लगी. अब वह साल में 10 लाख रुपये से भी अधिक की कमाई कर रहा है. खास बात यह है कि मछली पालन के लिए बिहार के कृषि मंत्री ने भी उन्हें सम्मानित भी किया है.

इन मछलियों का करते हैं पालन

युवा किसान विशाल कुमार सिंह का कहना है कि दिल्ली में इनका खुद का लैंप सेट का बिजनेस था, लेकिन मार्केट में चाइनीज माल आने के चलते उनका व्यवसाय मंदा पड़ गया था. ऐसे में वे इस बिजनेस को बंद कर हजारीबाग आ गये और वहां पर ट्रांसपोर्टिंग का कारोबार शुरू कर दिए. लेकिन लॉकडाउन के दौरान उनका ये बिजनेस भी घाटे में चला गया. ऐसे में गांव आकर विशाल ने भी करणवीर के साथ मिलकर मछली पालन का काम शुरू कर दिया, जिससे साल में 10 लाख रुपये से अधिक की कमाई हो रही है. युवा किसान के तालाब में अभी रुपचंदा, इंडियन मेजर कार्प, ग्रास कार्प और पहाड़ी मछली है. वे इसकी बिक्री लोकल मार्केट में ही करते हैं. अब इसकी डिमांड औरंगाबाद तक हो रही है.