ग्वालियर प्रशासन की बड़ी बैठक, अधिकारियों को अल्टीमेटम
ग्वालियर। शहर की बढ़ती गंदगी, ट्रैफिक जाम एवं अतिक्रमण की लगातार शिकायतों के बीच जिला प्रशासन ने गुरुवार को एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की। बैठक में नगर निगम, ट्रैफिक पुलिस, PWD और स्मार्ट सिटी अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए गए कि तीन सप्ताह में ज़मीनी सुधार स्पष्ट रूप से दिखाई देना चाहिए।
बैठक में तय किया गया कि शहर के प्रमुख मार्ग—लश्कर, हजीरा, मुरार , कंपू, स्टेशन रोड और रेस कोर्स रोड—की सफाई व्यवस्था को तुरंत दुरुस्त किया जाए। कई इलाकों में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन के समय पर न पहुंचने और कचरा वाहनों के GPS सिस्टम बंद पाए जाने पर निगमायुक्त ने नाराज़गी जताई। अगले एक सप्ताह तक विशेष मॉनिटरिंग टीम रिपोर्ट देगी।
ट्रैफिक व्यवस्था पर भी गंभीर चर्चा हुई। शहर में रोज़ शाम को पड़ने वाले जाम को लेकर ट्रैफिक DSP ने बताया कि कई क्षेत्रों में अवैध पार्किंग सबसे बड़ी समस्या है। प्रशासन ने निर्णय लिया कि
• मुख्य चौराहों पर टोइंग टीम की संख्या दोगुनी होगी
• स्कूल टाइम में विशेष ट्रैफिक कंट्रोल
• बस स्टैंड और अस्पतालों के आसपास नो-पार्किंग ज़ोन का पुनः निर्धारण
बैठक में सबसे बड़ा मुद्दा अतिक्रमण रहा। नागरिकों की लगातार शिकायतों के बावजूद कई जगह कार्रवाई न होने पर अधिकारियों को अल्टीमेटम दिया गया कि “अब आधे-अधूरे अभियान नहीं चलेंगे। पहले नोटिस, फिर कार्रवाई—तीन सप्ताह में परिणाम चाहिए।”
स्मार्ट सिटी के अधूरे कामों को लेकर भी अधिकारियों से जवाब मागा गया। प्रशासन ने कहा कि जनता को समय पर जानकारी न देना नकारात्मक माहौल बनाता है, और आगामी दिनों में प्रोजेक्ट-वार पब्लिक बुलेटिन जारी किया जाएगा।
जिला प्रशासन ने साफ कहा कि अगली समीक्षा बैठक में “सिर्फ प्रगति रिपोर्ट” स्वीकार की जाएगी, बहानों का समय अब खत्म हो चुका है। शहर के लोगों का कहना है कि अगर यह एक्शन प्लान ज़मीन पर लागू हुआ तो ग्वालियर की व्यवस्था में बड़ा सुधार देखने को मिलेगा।
