विपक्ष हमलावर, सरकार समाधान में जुटी..
दिल्ली 8 नवंबर 2025। देश में महंगाई एक बार फिर बहस का विषय बन गई है। रोजमर्रा के खाद्य पदार्थ—विशेष रूप से दाल, दूध, और सब्जियों की कीमतों में अचानक बढ़ोतरी से आम उपभोक्ताओं की परेशानी बढ़ गई है।
व्यापार मंडियों से मिली जानकारी के अनुसार अरहर दाल 155–165 रुपये किलो तक पहुँच गई है, जबकि दूध कंपनियों ने 2–3 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि की पुष्टि की है। हरी सब्जियों में 20–30 प्रतिशत तक उछाल देखा गया है।
विपक्ष ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि
“महंगाई अब अंतरराष्ट्रीय मुद्दा नहीं, सरकार की नीतिगत विफलता का परिणाम है।” वहीं मंत्रिमंडल के सूत्रों ने कहा है कि सप्लाई चेन को मजबूत करने और आयात विकल्पों पर विचार किया जा रहा है।
अर्थशास्त्री मानते हैं कि मौसम, परिवहन लागत और अंतरराष्ट्रीय बाजार के उतार–चढ़ाव के कारण कीमतें बढ़ी हैं।
हालाँकि विशेषज्ञ यह भी संकेत दे रहे हैं कि आने वाले दो महीनों में कीमतें स्थिर हो सकती हैं, लेकिन फिलहाल उपभोक्ता बजट पर दबाव बना हुआ है।
