पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रेडक्रास चौराहे पर रोक एनएसयूआई कार्यकर्ता ने बैरिकेडिंग पर चढ़कर 2 घंटे तक जमकर नारेबाजी की
पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे एक दर्जन से ज्यादा एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया
भोपाल 10 नवंबर 2025। मध्यप्रदेश में छात्र संघ चुनाव बहाल कराने, देशभर में हो रही वोट चोरी पर रोक लगाने, प्रदेश के निजी विश्वविद्यालयों में व्याप्त फर्जीवाड़े और नर्सिंग कॉलेजों में फर्जी फैकल्टी नियुक्तियों पर कठोर कार्यवाही की मांग को लेकर सोमवार एनएसयूआई ने राजधानी भोपाल में जोरदार प्रदर्शन किया।
एनएसयूआई प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार एवं जिला अध्यक्ष अक्षय तोमर के नेतृत्व में हजारों की संख्या में एनएसयूआई कार्यकर्ता हाथों में झंडे और तख्तियां लेकर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय से राजभवन तक शांतिपूर्ण रैली के लिए निकले। लेकिन पुलिस प्रशासन ने एनएसयूआई के बढ़ते जनसमर्थन और छात्र आक्रोश को देखते हुए रेड क्रॉस चौराहा पर बैरिकेडिंग कर सभी कार्यकर्ताओं को रोक लिया ।
इस बीच एनएसयूआई कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जमकर धक्का मुक्की हुए एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग पर चढ़कर कर जमकर नारेबाजी की 2 घंटे तक कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया उसके बाद पुलिस ने प्रदेश प्रभारी रवि दांगी प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार जिला अध्यक्ष अक्षय तोमर प्रदेश महासचिव सैयद अल्तमस सहित एक दर्जन से ज्यादा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया।
प्रदर्शन में एनएसयूआई प्रदेश प्रभारी रवि दांगी कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता विवेक त्रिपाठी प्रदेश महासचिव सैयद अल्तमस लक्की चौबे जिला उपाध्यक्ष अमित हाटिया गुलाम हैदर धीरज वर्मा अनिमेष गोंडली विराज यादव मौसम डेहरिया शुखरन मिश्रा आदित्य चनाल राज ठाकुर सहित सैकड़ों पदाधिकारी उपस्थिति रहे ।
एनएसयूआई प्रदेश प्रभारी रवि दांगी ने कहा कि
> “एनएसयूआई प्रदेशभर के युवाओं के साथ खड़ी है। हमारा संघर्ष सिर्फ छात्र संघ चुनाव तक सीमित नहीं है, बल्कि शिक्षा में व्याप्त फर्जीवाड़े और निजीकरण के खिलाफ भी है। सरकार को अब छात्रों की आवाज सुननी होगी, वरना आंदोलन और तेज किया जाएगा।”
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता विवेक त्रिपाठी ने कहा कि —
> “एनएसयूआई के इस संघर्ष ने प्रदेश सरकार की जनविरोधी और शिक्षा विरोधी नीतियों की पोल खोल दी है। सरकार युवाओं की आवाज़ से डरकर छात्र संघ चुनाव बहाल नहीं कर रही, क्योंकि उसे पता है कि छात्र राजनीति में एनएसयूआई ही सच्चा प्रतिनिधित्व करती है।
एनएसयूआई प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार ने कहा कि
> “प्रदेश में छात्रों के लोकतांत्रिक अधिकारों को दबाया जा रहा है। छात्र संघ चुनाव बहाल ना करना युवाओं की आवाज़ को दबाने का प्रयास है। एनएसयूआई इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेगी। फर्जी नर्सिंग कॉलेजों और निजी विश्वविद्यालयों में हो रहे भ्रष्टाचार पर सरकार मौन है, जो छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।”
जिला अध्यक्ष अक्षय तोमर ने कहा कि
> “मध्यप्रदेश के विश्वविद्यालयों में छात्रों से फीस वसूली तो की जा रही है, लेकिन न तो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जा रही है और न ही पारदर्शिता है। छात्र संघ चुनाव बहाली से ही छात्र अपने अधिकारों के लिए संगठित आवाज उठा पाएंगे। एनएसयूआई का यह आंदोलन छात्रों की आवाज है, जिसे अब कोई नहीं रोक सकता।”
एनएसयूआई ने चेतावनी दी कि यदि प्रदेश सरकार ने छात्रों की समस्याओं और मांगों की अनदेखी जारी रखी तो जल्दी एनएसयूआई प्रदेशव्यापी आंदोलन करेगी एनएसयूआई का यह संघर्ष शिक्षा में पारदर्शिता, युवाओं के अधिकार और लोकतांत्रिक व्यवस्था की पुनःस्थापना के लिए जारी रहेगा।
