कथा का समय दोपहर 2 से 5 बजें..
ग्वालियर। श्री द्वारिकाधीश मंदिर ठाठीपुर में विशाल शोभायात्रा के साथ श्रीमद् भागवत कथा वाचक पं. रामकृपाल त्रिपाठी (गुरु जी) वृंदावन धाम के मुखारविंद से श्लोक व्यख्यापूर्वक आरम्भ हुई । जिसमें पूज्य गुरुजी जी ने श्रीमद्भागवत कथा के महत्त्व को समझाते हुए कहा जिस प्रकार केवल दूध से स्वाहाकर नहीं हो सकता किन्तु दूध सार घृत से हवन होने पर देवता प्रसन्न हो जाते है तथा दूध की तुलना में घी बहुउपयोगी गुणकारी एवं प्रकाशक होता है ।
इसी प्रकार से जो वेद वेदांत गीता के मंत्र सफलता नहीं दे सकते तथा इनका ही सार श्रीमद्भागवत से सदा सर्वत्र एवं शीघ्र सफलता मिलती है कथा श्रवण एवं पाठ करने से संसार की सम्पूर्ण समस्याओं का समाधान होता है
पूज्य गुरुजी जी स्पष्ट किया कि संसार का कोई व्यक्ति गंदगी में क्षण भर भी नहीं प्रवेश करता किन्तु भगवान श्री कृष्ण अपने भक्त के कामादिक विकार रूप गंदगी में बलात प्रवेश करके हृदय के विकार रूपी गंदगी को सर्वथा निकालकर सर्वदा के लिए स्वच्छ करके संसार के पाप ताप से मुक्त कर देते है ।
कथा में उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश रोहित आर्य, शिक्षक प्रकोष्ठ भाजपा के प्रदेश संयोजक डॉ नितेश शर्मा, शासकीय अधिवक्ता श्री भानु चौहान, सुमन देवी शर्मा, लक्ष्मीकांत श्रीवास्तव, जमुना प्रसाद व्यास, राजेश शर्मा, प्रदीप श्रीवास्तव, संदीप दंडोतिया, अरुण श्रीवास्तव, आदित्य मिश्रा, कमलेश राजोरिया सहित बड़ी संख्या में कथा प्रेमी उपस्थित रहें।

