पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी को नमन कर प्रभारी मंत्री श्री सिलावट ने किया शुभारंभ
विश्व विख्यात गायक कैलाश खेर की सुरमयी प्रस्तुतियों ने बांधा समां
प्रभारी मंत्री ने कहा—अटल जी का जीवन हम सबके लिए प्रेरणादायी
ग्वालियर, 25 दिसंबर 2025/ संगीत की नगरी ग्वालियर में जन्मे देश के लाड़ले सपूत, भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी का सम्पूर्ण जीवन हम सबके लिए प्रेरणादायी है। यह हर्ष और गौरव का विषय है कि अटल जी की जयंती को ग्वालियर गौरव दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। यह विचार जिले के प्रभारी एवं जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने ग्वालियर गौरव दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह के शुभारंभ अवसर पर व्यक्त किए।
मेला मैदान में निर्मित विशाल मंच पर ग्वालियर गौरव दिवस का भव्य आयोजन हुआ। शुभारंभ प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट एवं ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर सहित अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा अटल जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया।
गौरव दिवस की संध्या को विश्व विख्यात गायक कैलाश खेर की ओजपूर्ण, भावभीनी और आत्मा को छू लेने वाली गायकी ने अविस्मरणीय बना दिया। कैलाश खेर की बुलंद आवाज़ में जब देशभक्ति, लोक-संवेदना और मानवीय भावनाओं से ओतप्रोत गीत गूंजे, तो श्रोता सुरों के सागर में डूबते चले गए। उनके स्वर कभी श्रद्धा बनकर झरे, कभी उत्साह बनकर लहराए और कभी आत्मचिंतन का मौन रच गए। पूरा वातावरण संगीत, साधना और गौरव की भावना से सराबोर हो उठा।

शुभारंभ अवसर पर प्रभारी मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि संगीत ग्वालियर की रग-रग में बसा है और यही नगरी कवि हृदय, जननायक अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मस्थली भी है। अटल जी ने देश को विकास की नई दिशा दिखाई और उसी मार्ग पर प्रदेश सरकार निरंतर आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि सरकार विकास के साथ-साथ कला, संस्कृति और संगीत को भी निरंतर प्रोत्साहित कर रही है।
ग्वालियर गौरव दिवस के उपलक्ष्य में मूर्धन्य गायक कैलाश खेर के गीतों, भजनों बवाल सूफियाना कलामों से सजी इस संगीतमयी संध्या का आनंद उच्च न्यायालय के माननीय न्यायमूर्ति गणों, संभागीय आयुक्त श्री मनोज खत्री, कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान, भारतीय वायुसेना के अधिकारियों, भाजपा जिला अध्यक्ष श्री जयप्रकाश राजौरिया सहित अन्य जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों तथा बड़ी संख्या में संगीत रसिक नागरिकों ने लिया।

कैलाश खेर की गायकी ने न केवल श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया, बल्कि ग्वालियर गौरव दिवस को सुर, संवेदना और स्मृतियों का जीवंत उत्सव बना दिया।
