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स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का संदेश

कमलनाथ ने देश और प्रदेश वासियों को दी शुभकामनाएं

भोपाल 14 अगस्त 2024। स्वतंत्र देश में राष्ट्र निर्माण ही सच्ची देशभक्ति का प्रतीक होता है। लेकिन हमने देखा कि पिछले कुछ वर्ष में देश के सामने कई चुनौतियां आई हैं। देश में अधिनायकवाद की ओर बढ़ने की प्रवृत्ति पनपी है।

जिन लोगों को जनता ने अपने प्रतिनिधि की हैसियत से सत्ता में भेजा, वही लोग जनता के सेवक के बजाय शासक की तरह व्यवहार करने की कोशिश करने लगे। जिन लोगों का काम देश में सामाजिक सद्भाव बनाने का था, उन्होंने ही सांप्रदायिक भेदभाव बढ़ाने का काम किया। जिन लोगों की जिम्मेदारी सामाजिक गैर बराबरी समाप्त करने की थी, वही लोग जातिगत जनगणना कराने से दूर भागने लगे। यहां तक कि देश के संविधान को भी चुनौती देने की कोशिश की गई।लेकिन देश की जनता ने डटकर इस स्थिति का मुकाबला किया। इस साल हुए लोकसभा चुनाव में जनता ने सत्ता के मद पर अंकुश लगाया और विपक्ष को मजबूत किया। लोकतांत्रिक प्रणाली में मजबूत विपक्ष सड़क से लेकर संसद तक जनता के हित का सबसे बड़ा पैरोपकार होता है। देश में दलित, आदिवासी, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक, महिलाओं और सर्व समाज के अधिकारों को सुनिश्चित कराने की आवश्यकता है।

देश के सामने सबसे बड़ी चुनौती नौजवानों को रोजगार नहीं मिलने की है। किसानों को फसल का सही दाम नहीं मिल रहा है। दलित, आदिवासी, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को शासन प्रशासन में समुचित भागीदारी नहीं मिल रही है। महिलाओं को सम्मान और न्याय नहीं मिल रहा है। हमें मिलकर लोकतांत्रिक तरीके से इन सारी परिस्थितियों को बदलना है।