मूल रजिस्ट्री में की गई हेर-फेर का जब किया खुलासा..
ग्वालियर। मामला न्यू शिवाजी नगर चौहान पियाऊ थाटीपुर ग्वालियर का है जहाँ 90 वर्षीय जी पी श्रीवास्तव और उनका परिवार अपने मकान में रहता है। इस मकान का मालिकाना अधिकार जी पी श्रीवास्तव के पास है जिसका प्लाट साइज़ 25×60 और कुल क्षेत्रफल 1500 sq ft. के साथ रजिस्ट्री सुदा है । इस प्लाट को 1987 में खरीदा गया था। श्रीवास्तव द्वारा निर्माण कार्य 25x 53.5 पर ही करवाया गया था और शेष भूमि 25×6.5 को निजी उपयोग एवं वाहन पार्किंग के लिए खुला छोड़ा गया था। जैन परिवार के सदस्य गौरव जैन द्वारा श्रीवास्तव के परिवार को धमकाने और जान से मरने की धमकी का मामला सामने आया। दरअसल जैन परिवार अपने इस मकान को तुड़वाकर अब बहुमंजिला मकान का निर्माण कर रहा है ।जिसकी वजह से इस भूमि को सरकारी खुली भूमि बताकर अपने मकान का पिछला गेट (12 फुट का) यहाँ से खोलना चाह रहा है जबकि 1988 की मूल रजिस्ट्री में पिछला गेट केवल 5 फुट खोलने का ही अधिकार है। इस बात को ढकने के लिए १९८८ की मूल रजिस्ट्री की चतुर्सीमा और माप में भी 2005 में दुबारा हुई रजिस्ट्री में बेईमानी पर्वक अपराधिक षड़यंत्र रच कर रजिस्ट्री कार्यालय से फेरबदल कर सम्पादित करवाया, जबकि इस प्लाट की १९८८ की मूल रजिस्ट्री और श्रीवास्तव परिवार की मूल रजिस्ट्री की चतुर्सीमा एवं नाप आज भी आपस में मेल खाती है क्योंकि वो सही है। श्रीवास्तव परिवार ने जब गौरव जैन से इस विषय में बात की तो गौरव जैन द्वारा श्रीवास्तव परिवार को जान से मारने सहित तमाम प्रकार की धमकी दी गयी और गौरव जैन सहित कुछ अज्ञात लोगों ने घर के सामने उपद्रभ भी किया। दिनांक 2 अक्टूबर 2024 की ये पूरी घटना श्रीवास्तव परिवार के cctv कैमरा में कैद है। जान के खतरे से डरे शहर में श्रीवास्तव परिवार में थाटीपुर थाने में शिकायत की मगर वहां किसी भी प्रकार की सुनवाई नहीं होने की स्थिति में दूसरे दिन पुलिस अधीक्षक से मिलकर शिकायती पत्र के साथ गुहार लगाई मगर आज दिनांक तक कोई सुनवाई नहीं हुई है।