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अभी तक सिर्फ सौरभ शर्मा के मां के बयान ही ले पाई लोकायुक्त पुलिस

भोपाल। काली कमाई से करोड़ों रुपये इकट्ठा करने आरोपित पूर्व परिवहन आरक्षक सौरभ शर्मा के स्वजन और करीबियों से लोकायुक्त पुलिस अभी बयान ही नहीं ले पाई है। मंगलवार को जांच अधिकारी वीरेन्द्र कुमार सिंह ने सौरभ के घर जाकर उसकी मां उमा शर्मा से पूछताछ की पर उसके करीबियों और कर्मचारियों से अभी तक पूछताछ ही नहीं हो पाई है।सौरभ शर्मा और उसके करीबी चेतन गौर के आवास पर लोकायुक्त की टीम ने 18 दिसंबर को छापा मारा था। यानी पूरे 12 दिन बाद सिर्फ उसकी मां के बयान हुए हैं।

सूत्रों के अनुसार छापे में पुलिस को 20 से 30 रजिस्ट्रियां मिली हैं। इनके बारे में पूछताछ होनी है कि यह बेनामी हैं या नहीं। जिनके नाम संपत्ति है, पहले उनसे पूछताछ की जाएगी। अगर, वह कहते हैं कि संपत्ति की कीमत सौरभ ने चुकाई थी, उपयोग भी वह या उसके स्वजन कर रहे थे तो इन्हें बेनामी की श्रेणी में रखा जाएगा।

ऐसे में इन संपत्तियों को जब्त किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त पेट्रोल पंप, दान पत्र के माध्यम से संपत्तियों के लेनदेन की जानकारी भी पूछताछ के बाद सामने आएगी। आयकर विभाग ने इस पूरे मामले में 50 से अधिक लोगों से पूछताछ की तैयारी की है, पर लोकायुक्त पुलिस ने सौरभ शर्मा, पत्नी दिव्या, मां उमा शर्मा, करीबी शरद जायसवाल और चेतन गौर को ही अभी तक पूछताछ के लिए समन जारी किया है। चेतन की तरह ही शरद जायसवाल भी सौरभ का करीबी है।

पुलिस को आशंका है कि सौरभ ने जायसवाल के नाम भी अचल संपत्ति खरीदी थी, पर जब तक दोनों से पूछताछ नहीं होती तो सच्चाई सामने नहीं आएगी। सौरभ के करीबी चेतन गौर ने ईडी और आयकर में बयान दर्ज करा दिए हैं, पर लोकायुक्त पुलिस ने उससे भी अभी तक पूछताछ नहीं की है। जिस कार में 54 किलो सोना और लगभग 10 करोड़ रुपये नकद मिले थे, वह चेतन के नाम ही थी।

लोकायुक्त पुलिस ने जिस दिन छापा डाला था, वह घर में ही था। उस दिन उसके यहां रखी चीजों के बारे में पुलिस अधिकारियों ने जानकारी ली थी, पर समन जारी होने के बाद अभी तक उसके बयान नहीं हुए हैं। बेनामी संपत्तियां पता लगाने के लिए 50 से अधिक लोगों से पूछताछ करेगा आयकर विभाग। सोना व नकदी जब्त करने के बाद आयकर विभाग भी सौरभ की बेनामी संपत्तियां पता करने में जुटा है। इस संबंध में पूछताछ के लिए सबसे पहले चेतन गौर को बुलाया गया था। अब बारी-बारी से उन सभी लोगों से पूछताछ की जाएगी जिनके नाम सौरभ द्वारा संपत्ति खरीदे जाने का संदेह है।

मामले में शरद जायसवाल, जबलपुर निवासी सौरभ के रिश्तेदार रोहित तिवारी और ग्वालियर में उसके करीबियों से पूछताछ की जाएगी। मामले में कुछ सेवानिवृत आईएएस अधिकारी, व्यवसायी और सौरभ के कर्मचारियों से पूछताछ होगी। ईडी ने भी सौरभ और उसके करीबियों के यहां आठ स्थानों पर पिछले सप्ताह छापेमारी के बाद संबंधितों को पूछताछ के नोटिस जारी करने की तैयारी की है।