उच्च पद प्रभारियों की मौजूदगी के बावजूद क्यों सौंपे गये अतिरिक्त पद के प्रभार..
बृजराज एस तोमर, भोपाल। मध्य प्रदेश शासन के जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा दिनांक 30-12- 2024 को जारी आदेश में संभागीय उपायुक्त, सहायक आयुक्त एवं जिला सयोजक के 22 पदों का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया, जबकि तकरीबन सभी पदों के सुपात्र पदाधिकारी विभाग में पहले से मौजूद है जिनका उच्च पद प्रभार का आदेश तो शासन द्वारा निकाल दिया गया है परंतु उस पद का कार्यभार नहीं सौंपा गया है। इन्हीं में से एक उपायुक्त गणेश भांबर है जो 13 महीने से अपनी पदस्थापना को तरस रहे हैं।
इस आदेश के अंतर्गत जेपी सरवटे, डॉ उषा अजय सिंह, जेपी यादव, बृजेश चंद्र पांडे, संजय खेड़कर को क्रमशः सागर, रीवा, भोपाल, उज्जैन, चंबल संभाग के उपायुक्त का अतिरिक्त प्रभार एवं राकेश गुप्ता, आसाराम मुजाल्दे, संजय परवाल, सत्येंद्र सिंह मरकाम, संतोष शुक्ला, श्रीमती मनीषा गौतम को क्रमशः सहायक आयुक्त- ग्वालियर, बड़वानी, अलीराजपुर, सिवानी, मंडला, भिंड का अतिरिक्त प्रभार और श्रीमती प्रियंका राय, नीलकंठ मरकाम, विमल कुमार चौरसिया, डीके द्विवेदी, विवेक नागवंशी, राजेंद्र कुमार शर्मा, राजेंद्र कुमार जाटव, केके शर्मा, दीपक वैद्य, कमलेश्वर सिंह एवं श्रीमती पूजा द्विवेदी को जिला संयोजक का अतिरिक्त प्रभार सोंपा गया है। तकरीबन इन सभी ने अपना पदभार भी ग्रहण कर लिया है जबकि विभाग में पहले से ही इन पदों पर उच्चपद प्रभार का आदेश लिए हुए गणेश भांबर सहित कई अधिकारी अपनी पदस्थापना के आदेश की प्रतीक्षा में बाट जोह रहे हैं।
पदस्थापना की बाट जोहते प्रभारी उपायुक्त भांबर
राज्य शासन द्वारा दिनांक 7- 10- 2023 को बुरहानपुर जिला के सहा.आयुक्त, जनजातीय कार्य एवं अनुसूचित जाति विकास के पद पर पदस्थ गणेश भांवर को उच्च पद प्रभार के उपयुक्त मानते हुए संभागीय उपायुक्त का प्रभार सौंपने का आदेश जारी किया गया, जिसमें पदस्थापना के लिए पृथक से आदेश जारी करने का उल्लेख है। भांवर को उच्च पद प्रभार का लॉलीपॉप तो पकड़ा दिया गया है मगर विभागीय सियासत के चलते 13 महीने बाद भी पदस्थापना का आदेश नहीं किया गया।
विभाग में उच्च पद प्रभारियों की उपलब्धता के बावजूद अन्य को अतिरिक्त प्रभार सौंपा जाना एवं वास्तविक हकदार को उसके अधिकार से वंचित रखना विभागीय वैमनस्यता एवं भ्रष्टता की पराकाष्ठा को दर्शाता है। अब देखना ये होगा कि नवागत प्रमुख सचिव गुलशन बामरा एवं म प्र आयुक्त श्रीमन शुक्ला विभाग की इस कदर दुर्दशा को दुरुस्त करने में कितने कारगर साबित होते हैं !