रक्तदान की भावना व्यक्ति के जीवन को सार्थकता प्रदान करती है

विश्व रक्तदान दिवस पर विशेष

ग्वालियर 14 जून 2025। आज का दिन (14 जून) प्रतिवर्ष संपूर्ण विश्व में विश्व रक्तदान दिवस या विश्व रक्तदाता दिवस के रूप में मनाया जाता है इस दिवस को मनाने का उद्देश जनमानस में रक्तदान की भावना को पोषित करना तथा आम लोगों को रक्तदान के लिए प्रेरित करना है।
वैज्ञानिक खोजों से यह सिद्ध हो चुका है कि एक स्वस्थ व्यक्ति प्रत्येक तीन माह में रक्तदान कर सकता है तथा रक्त अल्पता से जूझ रहे हैं किसी मरीज़ की मदद कर सकता है ।
समय समय पर सरकारी संगठनों एवं प्राइवेट संस्थाओं द्वारा रक्तदान के प्रति जागरूकता अभियान चलाया जाता रहता है लेकिन फिर भी लोग रक्तदान से कतराते हैं जिसका नतीजा यह होता है कि विभिन्न अस्पतालों में रोगियों को जितने रक्त की आवश्यकता है उतना रक्त ब्लड बैंकों में आज भी उपलब्ध नहीं है।
युग क्रांति समाचार ने आज विश्व रक्तदान दिवस पर रक्तदाता ललित तोमर से बात की तो उसने बताया कि रक्त दान करने से स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में किसी प्रकार की कोई दुर्बलता या कमी तो उत्पन्न नहीं होती है।लगातार रक्तदान करने पर भी उनके स्वास्थ्य पर कभी कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं हुआ तथा वे हमेशा स्वस्थ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी को सेवा भाव के रक्तदान करते रहना चाहिए जिससे ही रक्त की कमी से होने वाली मृत्यु या मृत्यु सामान रोगों को नियंत्रित किया जा सके।

तोमर ने बताया कि पिछले 20 वर्षों से लगातार हमने रक्तदान कर न जाने कितने जाने और अनजाने रोगियों कीरक्तदान जीवन रक्षा की है। पिछले 20 वर्षों में वे 50 से अधिक बार रक्तदान कर चुके हैं और अनेकों बार तो ऐसा हुआ है कि जिसके लिए रक्तदान रक्तदान कर रहे हैं उसे वह जानते तक नहीं थे लेकिन केवल एक जीवन बचाने की भावना से उन्होंने अनजान व्यक्तियों को भी रक्तदान किया। जिसके चलते रक्त की कमी से जीवन की जंग हारने जा रहे मरीज़ ने वह लड़ाई जीत ली।