विभिन्न प्राइवेट स्कूलों में जाकर की गई बसों की जाँच
कमियां पाए जाने पर चार बसों से वसूला साढ़े 15 हजार रूपए का जुर्माना
ग्वालियर 01 जुलाई 2025। स्कूली वाहनों की फिटनेस एवं अन्य सुरक्षा मानकों की जाँच के लिये जिले में विशेष मुहिम चलाई जा रही है। इस कड़ी में कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान के निर्देश पर गई टीमों ने मंगलवार को शहर के विभिन्न स्कूलों से जुड़ी बसों की बारीकी से जाँच की। जाँच के दौरान फिटनेस, बीमा व नम्बर प्लेट न पाए जाने पर दो स्कूलों की चार बसों से जुर्माना वसूला गया। साथ ही बस व स्कूल संचालकों को स्पष्ट हिदायत दी गई कि फिटनेस, बीमा व सुरक्षा मानकों की पूर्ति किए बगैर कोई भी बस बच्चों को ले जाते हुए पाई जायेगी तो कठोर कार्रवाई की जायेगी। साथ ही बसें भी जब्त कर ली जायेंगीं।
क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी श्री विक्रमजीत सिंह कंग ने बताया कि मंगलवार को दून पब्लिक स्कूल व ऑक्सफोर्ड स्कूल सहित विभिन्न प्राइवेट स्कूलों की बसों की जाँच की गई। जाँच के दौरान दून पब्लिक स्कूल की तीन बस व ऑक्सफोर्ड स्कूल की एक बस में कमियां पाए जाने पर साढ़े 15 हजार रूपए जुर्माने के रूप में वसूल किए गए। इन बसों में से एक बस की फिटनेस ठीक नहीं थी, दो बसों का बीमा नहीं मिला व एक बस पर नम्बर प्लेट नहीं पाई गई।
कलेक्टर श्रीमती चौहान ने क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी व डीपीसी एवं यातायात पुलिस को निर्देश दिए हैं कि स्कूली वाहनों की लगातार जाँच की जाए। जो बसें सुरक्षा मानकों के अनुरूप न मिलें, उन्हें जब्त कर सख्त कार्रवाई की जाए। कलेक्टर ने स्पष्ट किया है कि बच्चों की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं होना चाहिए।
इन स्कूलों में चल रही है बिना पेपर की कंडम बसें..
जहां एक ओर प्रगति विद्यापीठ, सेंट पॉल जैसे कई निजी बड़े स्कूलों में कई अनफिट गाड़ियां दौड़ रही है तो वहीं दूसरी ओर प्रसिद्ध एयर फोर्स महाराजपुर एवं केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 में 90% वाहन बिना इंश्योरेंस, परमिट एवं फिटनेस के बच्चों का टांसपोर्ट कर रहे हैं और स्कूल प्रबंधन आंखें बंद किए हुए है। सूत्रानुसार इन स्कूलों में मात्र ढाई-तीन लाख में लोकल मेड कबाड़ा बसों द्वारा बच्चों को लाने ले जाने की डग्गामारी कर रही है।