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कलेक्टर श्रीमती नीतू माथुर ने निराश्रित बच्चों के साथ मनाया दीपावली उत्सव

नन्‍हें बच्‍चों के संग संवाद कर साझा की खुशियां, कहा— ‘मेरे द्वार सदा खुले हैं तुम सबके लिए’

आलीराजपुर 17 अक्टूबर 2025। दीपावली जैसे आनंदमय पर्व के पूर्व कलेक्टर श्रीमती नीतू माथुर ने जिले के निराश्रित बच्चों के साथ भावनात्मक संवाद करते हुए उनके साथ समय व्यतीत किया। यह विशेष कार्यक्रम कलेक्टर निवास पर आयोजित हुआ, जहां श्रीमती माथुर ने बच्चों को मिठाई, स्वदेशी दीये, पटाखे और उपहार वितरित कर उन्हें त्यौहार की शुभकामनाएं दीं।

कलेक्टर श्रीमती माथुर ने कहा कि— “बिना माता-पिता के जीवन में कठिनाइयाँ अवश्य होती हैं, लेकिन यदि समाज ऐसे बच्चों के साथ कुछ पल प्रेमपूर्वक बिताए तो वे भी त्यौहार की वही खुशी महसूस कर सकते हैं जो हर घर में होती है।” उन्होंने बताया कि इस पहल का उद्देश्य बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ाना, समाज में एकजुटता और सहयोग की भावना को प्रोत्साहित करना है।

संवाद के दौरान श्रीमती माथुर ने नन्हे-मुन्ने बच्चों को गोद में बिठाकर उनसे उनके सपनों और रुचियों के बारे में जाना। सविता (परिवर्तित नाम) ने बताया कि उसे पढ़ाई और गायन पसंद है तथा वह आगे चलकर शिक्षिका बनकर समाज की सेवा करना चाहती है। इस पर कलेक्टर ने उसे आश्वस्त किया कि उसकी पढ़ाई और लक्ष्य प्राप्ति में जिला प्रशासन पूरा सहयोग करेगा।

इस अवसर पर कलेक्टर श्रीमती माथुर ने सभी बच्चों के साथ स्नेहपूर्वक स्वल्पाहार ग्रहण किया और कहा कि— “भविष्य में कभी भी किसी भी प्रकार की जरूरत हो, तो निःसंकोच अपनी दीदी के पास चले आना।”

कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम अधिकारी, वन स्टॉप सेंटर की प्रशासक, कलेक्टर स्टेनो सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी भी उपस्थित रहे। उन्होंने बच्चों के पालकों से भी चर्चा कर उनका आभार व्यक्त किया और कहा कि— “आप सब समाज को यह सशक्त संदेश दे रहे हैं कि सामुदायिक जिम्मेदारी ही असली सेवा है।”