भोपाल, 14 नवम्बर 2025 – विशेष रिपोर्ट। बिहार चुनाव के रुझानों पर मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी के गंभीर आरोपों और लोकतंत्र पर उठाए गए प्रश्नों के बाद भारतीय जनता पार्टी ने तीखा प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस अपनी संभावित हार को छुपाने के लिए चुनाव प्रक्रिया, भाजपा और संवैधानिक संस्थाओं पर अनर्गल आरोप मढ़ रही है।
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता (या उपयुक्त पदाधिकारी का नाम आप बाद में जोड़ सकते हैं) ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि —
“जब भी कांग्रेस अपनी हार सामने देखती है तो EVM, चुनाव आयोग और अब ‘SIR प्रक्रिया’ जैसे नए-नए बहाने गढ़कर जनता के फैसले पर कीचड़ उछालने लगती है। यह लोकतंत्र का अनादर है, न कि उसकी रक्षा।”
भाजपा ने पटवारी के उन आरोपों को “भ्रामक, आधारहीन और हताशा से भरे” बताया, जिनमें उन्होंने कहा था कि “भाजपा, नरेंद्र मोदी और चुनाव आयोग की मिलीभगत से धारणा बनाकर चुनाव लूटने की कोशिश होती है।”
इस पर भाजपा का पलटवार था—
“देश की सबसे ऊंची संवैधानिक संस्थाओं को बदनाम करने की कांग्रेस की यह पुरानी आदत है। जनता बार-बार कांग्रेस को नकार रही है, यही उनकी सबसे बड़ी परेशानी है।”
भाजपा ने कहा कि बिहार के रुझान पूरी तरह जनता के विश्वास, विकास और स्थिरता के प्रति समर्थन का संकेत हैं।
“कांग्रेस न तो जनता का मूड पढ़ पा रही है और न ही जमीन की सच्चाई समझ पा रही है। जब जीतू पटवारी कहते हैं कि ‘वोट सुरक्षित नहीं है’, तो यह करोड़ों मतदाताओं के निर्णय और देश की संस्थाओं पर सीधा अपमान है।”
भाजपा ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस चुनाव पूर्व ही “शिकायतों का राजनीतिक बीमा” कर रही है ताकि नतीजों पर सवाल उठाकर अपने कार्यकर्ताओं को भ्रमित रखा जा सके।
पार्टी प्रवक्ता ने कहा—
“कांग्रेस लोकतंत्र की नहीं, अपनी खो चुकी जमीन की लड़ाई लड़ रही है। बार-बार आरोप लगाने से न तो वोट बढ़ते हैं, न जनता का भरोसा लौटता है।”
अंत में भाजपा ने पटवारी से मांग की कि वे “बिहार के मतदाताओं, चुनाव आयोग और लोकतांत्रिक संस्थाओं से बिना शर्त माफी मांगें और लोकतंत्र पर अविश्वास फैलाने की राजनीति तुरंत बंद करें।”
