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सिरोल सड़कों में गड्डेे या गड्डों में सड़क ? हैरान परेशान सिरोल वासी मांग पूरी न होने पर करेंगे चक्काजाम एवं चुनाव का बहिष्कार

ग्वालियर। शहर का पॉश इलाका, बड़े बड़े कंस्ट्रक्षन ग्रुपों की पहली पसंद, रिहाइश के लिए लोगों की प्राथमिकता पर लेकिन सड़कों के मामले में बेहद दयनीय स्थिति हम बात कर रहे हैं सिरोल की गोविंद पुरी और सिटी सेंटर से एक दम नजदीक, हाईवे से एक दम नजदीक लेकिन माननीयों की निगाहों से एकदम दूर ऐसा इसलिए कि सिरोल थाने व पुलिस क्वार्टर कहें या फ्लैट मल्टी के सामने मुड़ते के साथ आप और आपकी बेचारी कार या दुपहिया को गड्डों में सड़क मिलती है इन गड्डों से स्कूली वाहन बुजुर्ग कामकाजी महिलाओं समेत प्रतिदिन सैकड़ों वाहन निकलते हैं लेकिन किसी को इस बात की चिंता नहीं कि किसी दिन कोई बड़ा हादसा न हो जाए । सिरोल थाने के सामने से होती हुई जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से आगे एंजेल हाईट तक जाने वाली खस्ताहाल सड़क की हालत बदतर स्थिति में पहुंच गई मगर इस मार्ग के संधारण की सुध किसी ने नहीं ली। पॉश इलाके में शुमार इस क्षेत्र में स्ट्रीट लाईट्स पिछले दो वर्षों से बंद पड़ी हैं, इसको लेकर स्थानीय निवासियों द्वारा अनेक बार नगर निगम से लेकर जनप्रतिनिधियों तक कई बार मौखिक व लिखित शिकायतें की गई पर किसी को यहां के निवासियों की परेशानी नजर नहीं आई। स्मार्ट सिटी में वास्तविक रूप में लोगों को सुविधाएं कि दर्जे की मिल रही है, इसको लेकर सड़क की स्थिति विकास की कहानी अपने आप में खुद बंया करती नजर आ रही है। हैरान कर देने वाली बात है कि एक तरफ शहर में अनेक रोड ऐसे हैं जहां भरपूर रोशनी के बाद भी लाइटें लगा कर वाहवाही लूटी जा रही वहीं दूसरी ओर शहर के इस इलाके रहवासी आज तक स्ट्रीट लाईट्स के सुधार का इंतजार करने को मजबूर हो रहे हैं, चिंता की बात है कि स्ट्रीट लाइट जैसी आम व्यवस्था के लिए कई बार सी.एम. हेल्पलाइन पर भी शिकायत की गई मगर नतीजा शून्य ही रहा। प सड़क पर शाम 7 बजे के बाद अंधेरा छा जाता है जिसका फायदा उठाकर चरसी, जुआरी, शराबियों का उक्त रोड़ पर कब्जा हो जाता है। अब स्मार्ट सिटी की इस गड्ढे में तब्दील सड़क की बात करें तो यहां से दुपहिया व चार पहिया वाहनों का आवागमन बराबर बना रहता है, जिसमें महिला, बच्चे भी गुजरते रहते हैं, वहीं आसपास ऑफिस होने के कारण दिन के कारण सड़क पर यातायात का लोड और बढ़ जाता है। आने वाले समय में त्यौहारों की खरीदारी के लिए शाम को बाजारों में जाएंगे वापसी में अंधेरे के कारण सड़क हादसा भी हो सकता है, वहीं असमाजिक तत्व भी अंधेरे का फायदा उठाकर वारदात को अंजाम दे सकते हैं, इस बात को लेकर स्थानीय निवासियों में आक्रोश का माहौल है। लगातार हो रही उपेक्षा से क्षुब्ध आस-पास रहने वाले लगभग 2 हजार से अधिक निवासियों ने आगामी विधानसभा चुनावों का बहिष्कार करने का फैसला किया है। उन्होंने अपनी मांग रखी है कि अगर दो दिवस के अंदर सड़क और स्ट्रीट लाइट सही नहीं कराई जाती तो हम संयुक्त रूप से चक्काजाम करके हम सभी अपना विरोध प्रदर्शन करेगें जिसमें जो भी क्षति होगी उसके लिए प्रशासन पूर्णरूप से जिम्मेदार होगा, फिर हमारी मांगो पर अमल नहीं हुआ तो आगमी चुनाव का भी बहिष्कार करेंगे ।