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असत्य पर जीत के प्रतीक के रूप में धूं-धूं कर जला रावण

पंजाबी परिषद ने निकाला चला समारोह, तीन स्थानों पर हुआ रावण दहन
शिवपुरी। असत्य पर सत्य की जीत के प्रतीक का पर्व विजय दशमी मंगलवार को शहर सहित जिले भर में बड़़े धूमधाम व उत्साह के साथ मनाया गया। यहां धूं-धूं कर अलग-अलग तीन स्थानों पर रावण दहन किया गया। शहर में रावण दहन को लेकर पंजाबी परिषद द्वारा चल समारोह स्थानीय जल मंदिर के समीप से निकला गया जो शहर के विभिन्न मार्गो से होते हुए रावण दहन स्थल सिद्देश्वर मेला परिसर व काली माता मंदिर प्रांगण पहुंचा। नगर वासियों ने इस चल समारोह का जगह-जगह पूजा अर्चना के साथ स्वागत किया साथ ही इस दौरान नगर में झांकिया भी शामिल की गई। इन दोनों स्थानों के अलावा सेवाभावी संस्था मानव वेलफेयर सोसायटी के द्वारा भी गांधी पार्क परिसर में 65 फिट ऊंचे रावण दहन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इन तीनों ही स्थानों गांधी पार्र्क, सिद्धेेश्वर मेला ग्राउण्ड और काली माता मंदिर प्रांगण में प्रतीकात्मक रूप से आयोजित राम-रावण युद्ध के दौरान रावण का दहन किया गया। इसके बाद दशहरा मिलन कार्यक्रम आयोजित किए गए। दशहरे के अवसर पर यूं तो एक-दूसरे को पान खिलाने की परंपरा रहती है जिसका निर्वहन भी नगरवासियों सहित जिले वासियों ने इस परंपरा का निर्वाह किया और अधिकांश लोग पान की दुकानों पर एक-दूसरे को पान खिलाते हुए नअर आए।

शस्त्र पूजन पर दिखा आचार संहिता का प्रभाव, पुलिस लाईन में कलेक्टर-एसपी ने किया शस्त्र पूजन
चूंकि इन दिनों मध्यप्रदेश विधानसभा चुनावों को लेकर आचार संहिता लगी हुई है और मुख्य रूप से दशहरे के अवसर पर लोग शस्त्र पूजन का विशेष महत्व मानते है लेकिन इस वर्ष दशहर के अवसर पर आचार संहिता के कारण शस्त्र पूजन नहीं हो सके, लेकिन अन्य प्रकार से जैसे तलवार, भाले व ऐसे शस्त्र जो घरों में पूज्यनीय होते है उनका विधि-विधान से पूजन किया गया। इसके अलावा मशीनरी औैर वाहनोंं का पूजन कर दशहरा मनाया गया। वहीं दूसरी ओर पुलिस लाईन में कलेक्टर रविन्द्र चौधरी व पुलिस अधीक्षक रघुवंश भदौरिया के द्वारा संयुक्त रूप से शस्त्र पूजन किया गया। यहां बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा और चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने को लेकर सभी ने इन शस्त्रों का पूजन करते हुए शांति की कामना की। चूंकि इस बार विधानसभा चुनाव होने के चलते जिले में लगी आचार संंहिता के चलते शस्त्र पूजन नहीं हर्ष फायर के साथ नहीं किया जा सके हैें। यहां चुनावों के दृष्टिगत शस्त्रोंं को संबंधित पुलिस थानों मेेें जमा करा लिए गए है। जिस कारण दशहरे की पूजा में सिर्फ तलवार, भाले व अन्य ऐसे शस्त्रों की पूजा की गर्ई है, जो लायसेेंसी नहीं है। इसके अलावा प्रतिष्ठानों पर जहां मशीनों की पूजा की गई तो वहीं घरोंं मेेंं वाहनों की पूजा कर दशहरे की परंपरा का निर्र्वहन किया गया।

आरएसएस ने निकाला पथ संचलन, जगह-जगह पुष्पवर्षा कर हुआ स्वागत
दशहरे के पावन अवसर पर प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ(आरआरएस) के द्वारा विशाल पथ संचलन निकाला गया। इसके पूर्व शहर के पोलोग्राउण्ड मैदान पर संघ के स्वयं सेवक एकत्रित हुए और यहां वक्ताओं ने दशहरे के अवसर पर अपना ओजस्वी उद्बोधन दिया तत्पश्चात पोलोग्राउण्ड से निकलकर यह पथ संचलन कोर्ट रोड़, माधवचौक चौराहा, गुरूद्वारा, राजेश्वरी रोड़, तात्याटोपे, अग्रसेन चौक से होकर पोलोग्राउण्ड पर पहुंचकर संपन्न हुआ। इस अवसर पर नगर में अनेकों स्थनों पर संघ के निकाले गए पथ संचलन का नगरवासियों ने बड़ी आत्मीयता के साथ पुष्पवर्षा करते हुए स्वागत किया। इस दौरान संघ का घोष भी आगे-आगे कदम ताल चल रहा था जिसके पीछे अलग-अलग पंक्तिबद्ध होकर स्वयं सेवक अपना पथ संचलन कर रहे थे।