एक पक्षीय बात पर आंख बंद कर पूरा भरोसा करना और दूसरे को दोषी ठहरना एक नाइंसाफी..
ग्वालियर 5 मई 2024। विधानसभा चुनाव के दौरान दिनांक 29 -11- 2023 को हुए भीषण हत्याकांड के संदर्भ में फरियादी भोला भदोरिया ने 4 मई को ग्वालियर स्थित लैंडमार्क होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की जो प्रशासन से परमिशन न लेने की वजह से वहां हो ना सकी जिसका स्थान परिवर्तन करके भोला भदौरिया ने कैंसर पहाड़िया पर कुछ पत्रकारों के साथ अपनी फरियाद साझा करते हुए कॉन्फ्रेंस की। जिसमें साफ तौर पर भदौरिया ने खुलेआम ग्वालियर संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी भारत सिंह कुशवाहा पर हत्याकांड के आरोपियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया। भदोरिया ने बताया कि विधानसभा चुनाव के दौरान मैंने दो फर्जी मतदाताओं को मतदान करने से रोक दिया तो इसी बात पर आक्रोशित होकर तत्काल कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थकों मैं भीषण नरसंहार कर डाला।
किसी भी बड़ी या छोटी घटना के पीछे कारण का होना महत्वपूर्ण होता है। यदि इस एंगल से देखा जाए तो दो फर्जी मत डालने से रोकना इतने बड़े हत्याकांड की बजह नहीं हो सकता है इसके पीछे और भी ऐसा कुछ है जो दिखाई नहीं दे रहा। इसी एंगल को मध्य नजर युग क्रांति प्रतिनिधि ने फरियादी भोला भदोरिया से किए गए प्रश्नों एवं तत्कालीन पुलिस अधीक्षक रघुवंश भदौरिया से बातचीत के साथ-साथ की गई पड़ताल से पता लगाया कि किसी गाना बजाने के ऊपर भदौरिया और कुशवाहा परिवार के बीच पहले भी बड़ा झगड़ा हो चुका था जिसमें कुशवाहा परिवार का एक सदस्य घायल हुआ था और इस आधार पर भदौरिया के ऊपर हत्या का प्रयास (धारा 307 IPC) का मामला दर्ज हुआ था। सूत्रों की माने तो ये भदौरिया परिवार चकरामपुर में अकेला ही पूरे गांव के कुशवाहा परिवार पर भारी रहा है। इनकी दबंगी पूर्ण बर्ताव से गांव के काफी लोग परेशान थे, इन तमाम ज्ञात- अज्ञात वजहों ने विधानसभा चुनाव में फर्जी मत के बहाने एक बड़ा हत्याकांड का रूप लिया जोकि अत्यंत निंदनीय और वीभत्स कुक्रत्य था। इस घटना के तुरंत बाद पुलिस ने 31 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था और उनके मकान के कुछ हिस्से को भी गिराया गया।
इसके बावजूद इस घटना को अलग ढंग से चुनावी रंग देते हुए भाजपा प्रत्याशी भारत सिंह कुशवाहा को खुलेआम आरोपी ठहरना सरासर दूसरे पक्ष/पार्टी की सियासत है। ये दो वर्गों के बीच वैमनस्यता और नफरत पैदा करने की साजिश है जिससे सभी को सावधान रहते हुए समझदारी से काम लेना होगा क्योंकि ऐसे ही सियासतकार नफरत के बीज बोकर वर्ग संघर्ष की स्थितियां पैदा करके अपनी राजनीति की गोटियां सेंकते रहते हैं।
देश का जागरूक नागरिक और जिम्मेदार पत्रकार की हैसियत से मैं बृजराज तोमर प्रदेश के आम नागरिकों से अपील करता हूं कि तथ्य से जुड़े हुए समस्त कारकों एवं कारणों को समझते हुए अपने स्वच्छ एवं स्वस्थ मस्तिष्क से विवेकपूर्ण निर्णय ले और सियासतदारों के बहकावे से बचें एवं अपने समाज को बचाएं। यही देश के जिम्मेदार एवं जागरूक नागरिक का फर्ज है।