hacklink al
jojobet girişjojobetjojobetjojobet girişjojobetjojobet girişjojobet girişjojobet girişjojobetjojobet girişjojobetjojobet girişjojobetjojobet girişjojobetjojobet girişjojobetjojobet girişjojobetjojobet girişjojobetjojobet girişholiganbetjojobetjojobet girişjojobetjojobet girişjojobetjojobetjojobet girişjojobetjojobet girişholiganbetholiganbet girişpadişahbetpaşacasinograndpashabetjojobetjojobet girişcasibom girişcasibom girişcasibom girişcasibom girişkralbetkingroyalmatbetmatbet girişmatbet güncel girişmatbetmatbet girişmatbet güncel girişholiganbetholiganbet girişholiganbet güncel girişholiganbetholiganbet girişholiganbet güncel girişholiganbet girişnakitbahisnakitbahis girişnakitbahisnakitbahis girişnakitbahisnakitbahis girişmatbetmatbet girişcasibomcasibom girişholiganbetholiganbet girişholiganbet güncel girişholiganbetholiganbet girişholiganbet güncel girişcasibomcasibom girişjojobetjojobet girişpusulabetpusulabet giriş

ग्वालियर चंबल में विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर का लहराया परचम

ग्वालियर, मुरैना और भिंड लोकसभा क्षेत्र से बनवाया अपने सिपेसालारों को सांसद..

ग्वालियर। यूं तो नरेंद्र सिंह तोमर द्वारा चुनौतियों को स्वीकार कर सफलता हासिल करना उनकी प्रचलित शैली है। ग्वालियर ,मुरैना और भिंड संसदीय क्षेत्रों से भारत सिंह कुशवाह, शिवमंगल सिंह तोमर और संध्या राय को चुनाव जितवाना इसी का ताजा उदाहरण है।
गौरतलब है भाजपा ने मध्य प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष श्री तोमर के पसंदीदा इन तीनों उम्मीदवारों के नाम जब तक किए तो स्थानीय स्तर पर पार्टी कार्यकर्ताओं के सामने इनको चुनाव जिताना लोहे के चने चबाने जैसा कठिन दिख रहा था। वहीं तीनों संसदीय क्षेत्र की आम जनता भी इन्हें डमी कैंडिडेट के रूप में देख रही थी और प्रथम दृश्या ये दोनों फैक्टर आधारभूत थे, मगर नरों में इंद्र नरेंद्र तोमर के लिए कठिन से कठिन लक्ष्य का भेदन करना एक आम बात है और ये उन्होंने कई बार साबित किया है।
ज्ञातव्य हो कि नरेंद्र सिंह तोमर को भाजपा के महान संगठन शिल्पी के रूप में जाना जाता है जिनकी ग्वालियर, मुरैना-श्योपुर, भिंड- दतिया सहित तमाम जिलों के घर-घर तक गहरी पैठ है। संगठन शिल्पी के रूप में अहम् अदाकारी और कुशल रणनीति के बेहतरीन समन्वय के साथ विधानसभा अध्यक्ष के अथक और अनवरत एक सूत्रीय प्रयास ने इन तीनों उम्मीदवारों के स्थानीय स्तर पर छोटे बड़े शिकवे शिकायतों को हावी नहीं होने दिया और अंततः लोकसभा के इस चुनावी समर से श्री तोमर ने महारथी एवं सारथी की दोहरी भूमिका में इन तीनों प्रत्याशियों के रथों को पार लगाते हुए विजयपथ तक पहुंचा। जिसके अंतर्गत ग्वालियर से भारत सिंह कुशवाह ने 70,210 वोटो, मुरैना-श्योपुर से शिवमंगल सिंह तोमर ने 50,620 वोटों एवं भिंड-दतिया संसदीय क्षेत्र से श्रीमती संध्या राय 64840 वोटों से प्रतिद्वंदियों को पराजित कर विजय हासिल की। विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने राष्ट्रीय स्तर पर साबित कर दिया कि भले ही उन्हें इस मौके से वंचित रहना पड़ा हो मगर वह तीन-तीन लोकसभा क्षेत्र से सामान्य से कार्यकर्ता को भी सांसद बनने का माद्दा रखते हैं।