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रूस के एक दांव ने पश्चिम देशों को किया तंग, तिलमिलाए अमेरिका ने पूरी दुनिया को उकसाया

रूस ने पश्चिम की नाक में दम कर रखा है. अमेरिका का दावा है कि राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने काला सागर और यूक्रेन के अनाज एक्सपोर्ट को लेकर ब्लैकमेलिंग शुरू कर दी है. विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने दुनिया के अन्य देशों से रूस पर दबाव बनाने की अपील की. कहा कि पुतिन पर दबाव बनाएं कि वे काला सागर और यूक्रेन के अनाज पर ब्लैकमेल न करें. भूखे और कमजोर लोगों को अपने युद्ध के लिए इस्तेमाल न करें.

युद्ध के बीच रूस ने काला सागर के रास्ते यूक्रेन को अनाज एक्सपोर्ट करने की सहमति दी थी. जरूरतमंद देशों को 32 टन अनाज का एक्सपोर्ट किया जा रहा था. एक साल पहले रूस इसके लिए तैयार हुआ था. अब वो इस समझौते से अलग हो गया है. युनाइटेड नेशन सिक्योरिटी काउंसिल की मीटिंग में इस मुद्दे पर बात हुई और कई देशों ने रूस के फैसले की आलोचना की. अमेरिका पुतिन के इस कदम को ब्लैकमेलिंग के रूप में देख रहा है.

रूस ने अनाज से भरी जहाज पर हमले की धमकी दी

जो बाइडेन एडमिनिस्ट्रेशन में विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने आरोप लगाया कि दुनिया के संकट और आक्रोश पर रूस ने कैसी प्रतिक्रिया दी? यूक्रेन के अनाज भंडार पर हमला किया. बंदरगाहों के प्रवेश द्वार पर बमबारी की, काला सागर में अनाज वाली जहाजों पर हमले की धमकी दी. अमेरिका मानता है कि दुनिया में भूख और अकाल के लिए रूसी युद्ध जिम्मेदार है. ब्लिंकन आज इसी मुद्दे पर आयोजित एक सिग्नेचर इवेंट की अध्यक्षता कर रहे थे. अकाल और खाद्य असुरक्षा से निपटने के लिए अमेरिका ने जनवरी 2021 से 17.5 अरब डॉलर का योगदान दिया है.

चीन की भी की आलोचना

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने ऐलान किया कि हैती और 11 अफ्रीकी देशों में भूख जैसे गंभीर हालात से निपटने के लिए अमेरिका 362 मिलियन डॉलर और देगा. ब्लिंकन ने युनाइटेड नेशन की उस मांग की ओर इशारा किया, जिसमें संगठन ने 20 अरब डॉलर की डिमांड की थी. हालांकि, यूएन ने इसके लिए 10-14 अरब डॉलर का टार्गेट रखा है. अभी तक पांच अरब डॉलर जुटाए गए हैं. ब्लिंकन ने चीन की भी आलोचना की, जो अमेरिका के बाद दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति है. उन्होंने कहा कि दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्था को दुनिया का सबसे बड़ा दाता होना चाहिए, ताकि सदस्य देश खुद को वैश्विक नेता मान सकें. यह आपके लिए इसे साबित करने का मौका है.

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