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साडा क्षेत्र को पायलट प्रोजेक्ट की तर्ज पर विकसित करने पर दिया जोर

वेस्टर्न बायपास का फायदा उठाकर साडा क्षेत्र के विकास की योजना तैयार करें: सांसद कुशवाह

एम्स के लिये साडा क्षेत्र में जमीन आरक्षित की जाए

सांसद श्री कुशवाह ने की साडा क्षेत्र की विकास योजनाओं की समीक्षा

ग्वालियर 21 नवम्बर 2024/ वेस्टर्न बायपास की स्वीकृति से साडा क्षेत्र (विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण) के सुनियोजित विकास की संभावनायें और बढ़ गई हैं। प्रस्तावित वेस्टर्न बायपास के दोनों ओर के विकास के लिए कार्ययोजना बनाएँ। साथ ही साडा में कुछ क्षेत्रों में पायलट प्रोजेक्ट की तर्ज पर विकसित करें, जिससे साडा के प्रति लोगों का आकर्षण बढ़े। यह बात सांसद श्री भारत सिंह कुशवाह ने साडा क्षेत्र की विकास योजनाओं की समीक्षा के दौरान कही। उन्होंने कहा प्रयास ऐसे हों कि साडा क्षेत्र का कायाकल्प हो और वह एक नए शहर का स्वरूप ले। इसके लिए विशेषज्ञ कंसलटेंट की राय भी ली जाए।
गुरुवार को यहाँ सिटी सेंटर स्थित औद्योगिक विकास केन्द्र के सभागार में आयोजित हुई बैठक में सांसद श्री कुशवाह ने कहा कि साडा क्षेत्र में एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) के लिये जमीन आरक्षित करें। भारत सरकार से ग्वालियर में एम्स मंजूर कराने के लिये हर संभव प्रयास किए जायेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि साडा क्षेत्र की जमीन का पूरा सदुपयोग हो और कार्य धरातल पर दिखने चाहिए। जिन संस्थाओं को साडा क्षेत्र में जमीन आवंटित है और लीज हो जाने के बाद भी शर्तों के अनुरूप अधोसंरचना विकसित कर गतिविधियां शुरू नहीं की गई हैं, उन संस्थाओं को नोटिस जारी करें। जिन संस्थाओं द्वारा बार-बार चेतावनी के बाद कार्य नहीं किया जाता है, उनकी लीज निरस्त कर अन्य संस्थाओं को जमीन आवंटित करें।
सांसद श्री कुशवाह ने बैठक में भरोसा दिलाया कि साडा क्षेत्र के विकास के लिये केन्द्र व राज्य सरकार से हर संभव मदद दिलाई जायेगी। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा के अनुरूप साडा क्षेत्र में छोटे-छोटे उद्यम स्थापित कराने के प्रयास भी किए जाएं। इसके लिये उद्यमियों व निवेशकों से संपर्क करें। साडा क्षेत्र में बाहर से निवेशकों को बुलाने में सरकार से पूरा सहयोग दिलाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि उसी क्षेत्र में अधोसंरचना विकसित करें, जिससे साडा क्षेत्र का विकास हो और बसाहट बढ़े। साथ ही अटल द्वार से साडा की ओर बने मार्ग की मरम्मत में उस क्षेत्र के कॉलोनाइजर से भी आर्थिक सहयोग लेने की बात उन्होंने कही। सांसद ने अटल द्वार का सौंदर्यीकरण कराने के लिये भी साडा सीईओ को निर्देश दिए।
बैठक में साडा के सीईओ एवं प्रबंध निदेशक औद्योगिक विकास केन्द्र श्री प्रतुलचंद सिन्हा, लेखा अधिकारी श्री नरेन्द्र शर्मा, कार्यपालन यंत्री श्री संजय शर्मा, सहायक यंत्री श्री हरनाम सिंह व श्री नवल सिंह राजपूत सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

स्टेडियम मार्ग पर व्यवसायिक प्लॉट के लिए ऑनलाइन लिए जा रहे हैं आवेदन

साडा के सीईओ श्री प्रतुल चंद सिन्हा ने बैठक में जानकारी दी कि शंकरपुर में नवनिर्मित श्रीमंत माधवराव सिंधिया क्रिकेट स्टेडियम – गोल पहाड़िया मार्ग पर साडा क्षेत्र के बड़े-बड़े कॉमर्शियल प्लॉट बेचने के लिये ऑनलाइन आवेदन लेने की प्रक्रिया प्रचलन में है। जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि दिसम्बर माह में साडा की बरा आवासीय योजना के बड़े-बड़े प्लॉट बेचने के लिये टेंडर जारी किए जायेंगे। श्री सिन्हा ने यह भी जानकारी दी कि साडा क्षेत्र में पूर्व में निर्मित आवासीय डुप्लेक्स व फ्लैट का जीर्णोद्धार कर वहाँ पर बसाहट के लिये भी विशेष कार्ययोजना बनाई जा रही है।

लगभग 75 हजार हैक्टेयर है साडा का निवेश क्षेत्रफल

समीक्षा बैठक में जानकारी दी गई कि साडा का कुल निवेश क्षेत्रफल लगभग 75 हजार हैक्टेयर है। निवेश क्षेत्र के अंतर्गत 118 ग्राम आते हैं। इनमें ग्वालियर के 33, मुरैना के 82 व भिण्ड जिले के तीन गाँव शामिल हैं। सांसद श्री भारत सिंह कुशवाह ने बैठक में कहा कि निवेश क्षेत्र में शामिल मुरैना जिले के गाँवों की शासकीय जमीन को भी साडा के आधिपत्य में लिया जाए। साथ ही इस आशय का स्पष्ट प्रावधान कराएं कि साडा की बगैर अनुमति के सरकारी जमीन को किसी अन्य प्रयोजन के लिये न दिया जाए।