उरई। आज गांधी महाविद्यालय उरई, मनोविज्ञान विभाग द्वारा मनोचिकित्सा विभाग, जिला अस्पताल उरई जालौन के सौजन्य से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला में आए अतिथिगण का स्वागत डॉ गोविंद कुमार सुमन (NCC प्रभारी) के निर्देशन में कैडेट्स द्वारा पुरजोश किया गया।
जिसका संचालन डॉ कंचन दीक्षित ने किया, इस कार्यशाला में महाविद्यालय के 100 से अधिक छात्र एवं छात्राओं ने एवं महाविद्यालय के सुधि प्राध्यापकगण प्रतिभाग किए जिसमें डॉ अर्चना विश्वास (नैदानिक मनोवैज्ञानिक) ने मानसिक स्वास्थ्य, विशेषताएं, विकार एवं निदान पर विस्तृत चर्चा की। इनके अतिरिक्त श्री दिनेश सिंह एवं (साइकेट्रिक सोशल वर्कर) ने भी मानसिक स्वास्थ्य के विभिन्न आयामों पर विस्तृत चर्चा की तथा जिला अस्पताल की टीम में श्रीमती आकांक्षा देवी (नर्स) उपस्थित रहीं जिनका योगदान सराहनीय रहा।
महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ अजय सक्सेना ने मानसिक स्वास्थ्य पर पारिवारिक महत्व के योगदान के बारे में बताया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ देवेंद्र नाथ ने विद्यार्थियों को अभिप्रेरित करते हुए उनके जीवन में मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि ऐसे कार्यक्रमों का समय-समय पर आयोजन होते रहना चाहिए जिससे मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़े।
कार्यशाला के अन्त में विद्यार्थियों के अतिरिक्त डॉ कुमारेन्द्र सिंह सेंगर एवं डॉ तौसीफ मालिक ने भी प्रश्नोत्तरी सत्र में महत्वपूर्ण प्रश्न पूछकर अपनी सहभागिता दर्ज की।कार्यशाला के आयोजन में मनोविज्ञान विभाग की डॉ विश्वप्रभा त्रिपाठी जी ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
कार्यशाला के अन्त में डॉ मसूद अंसारी, ने समस्त अतिथिगण, महाविद्यालय के शिक्षकगण एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारी एवं छात्र-छात्राओं का आभार व्यक्त किया।