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मांस खाने वाले बैक्टीरिया से इस देश में 3 मौतें, जानिए यह कितना जानलेवा

अब मांस खाने वाला बैक्टीरिया नया खतरा बन रहा है. अमेरिका में इससे तीन मौते हो गई हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, न्यूयॉर्क और कनेक्टिकट में इसके मामले दर्ज किए गए हैं. डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक में डायरेक्टर ऑफ कम्युनिकेशंस क्रिस्टोफर बाॅयल का कहना है, मांस खाने वाले बैक्टीरिया विब्रियो वल्निफिकलस ( Vibrio vulnificus) से कनेक्टिकट में दो लोगों की मौत हुई. मृतकों में स्विमिंग पूल में नहाने के बाद इस बैक्टीरिया का संक्रमण हुआ.

वहीं, तीसरे मामले में संक्रमण रेस्तरां में सी-फूड खाने के बाद हुआ. मरीजों की उम्र 60 से 80 साल बताई गई है. न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, अब इस बात की जांच की जा रही है कि यह बैक्टीरिया न्यूयॉर्क में पनपा या कहीं और. जानिए क्या है यह मांस खाने वाला बैक्टीरिया, कैसे संक्रमण को पहचाने और बचाव कैसे करें.

कैसे होता है इसका संक्रमण?
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक, लैटिन भाषा में विब्रियो का मतलब होता है बाइब्रेट करना और वल्निफिकलस का मतलब है घाव करना. इसका संक्रमण तब होता है जब इंसान अधपका खाना खाता है या फिर खुले घाव के साथ स्विमिंग पूल या पानी के सम्पर्क में आता है.

जर्नल ऑफ अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन (JAMA) के मुताबिक, विब्रियो वल्निफिकलस बैक्टीरिया का संक्रमण दूषित खानपान और खुले हुए घाव के जरिए होता है. इसके सबसे ज्यादा मामले मई से अक्टूबर के बीच सामने आते हैं, जब पानी में गर्माहट होती है.

कितना जानलेवा है बैक्टीरिया?
इस बैक्टीरिया का संक्रमण काफी खतरनाक माना जाता है क्योंकि ऐसे मामलों में तत्काल इलाज की जरूरत होती है. यह शरीर के अंगों को बुरी तरह से डैमेज करता है. इसके संक्रमण के कारण हर 5 में से एक इंसान की मौत हो जाती है.

विशेषज्ञों का कहना है, यह बैक्टीरिया खुले हुए घाव के कारण तेजी से फैलता है. इसलिए इसे मांस खाने वाले बैक्टीरिया के तौर पहचाना जाता है.

कौन से लक्षण दिखते ही अलर्ट हो जाएं?
अमेरिकी हेल्थ एजेंसी CDC का कहना है, इसका संक्रमण होने पर डायरिया, उल्टी होना, बुखार आना और कंपकंपी लगने जैसे लक्षण दिखते हैं. संक्रमण के 24 घंटे बाद ये लक्षण नजर आते हैं और 3 दिन तक परेशान कर सकते हैं. इसके कई ऐसे मामले भी आए हैं कि जब इंसान को रोगों बचाने वाली इम्यून सिस्टम ही कमजोरहो जाता है.

मरीज में संक्रमण हुआ है नहीं, खून की जांच करके इसका पता लगाया जाता है. इसके अलावा उसके घाव या मल का सैम्पल भी इसके संक्रमण की जानकारी देता है. ऐसे मरीजों को पर्याप्त मात्रा में पानी पीने की सलाह दी जाती है और एंटीबायोटिक्स दी जाती हैं.

इससे पहले इसके मामले 2020, 2021 और 2022 में सामने आ चुके हैं. इसके मामले गर्मियों में तापमान बढ़ने पर सामने आते हैं.
ये सावधानी बरतें, जारी हुआ अलर्ट
न्यूयॉर्क में जारी अलर्ट में कहा गया है कि इस मामले की जांच की जा रही है. इस बीच लोगों को अलर्ट किया गया है और हर जरूरी सावधानी बरतने को कहा गया है. खुले हुए घाव के साथ पानी में न नहाएं, खासकर समुद्री पानी में. कच्चा और अधपका सी फूड खाने से बचें. सबसे ज्यादा संक्रमण का खतरा इनसे हैं. इसलिए अलर्ट रहें.

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