बृजराज एस तोमर, भोपाल। मध्य प्रदेश में आरटीओ चैक पोस्टों पर अवैध वसूली की लगातार शिकायतों के चलते मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 1 जुलाई 2024 को सभी पोस्टों को बंद करते हुए नई व्यवस्था लागू करने के निर्देश जारी किए, इसके तहत रोड सेफ्टी एंड इंफोर्समेंट चेकिंग प्वाइंट बनाने का निर्णय लया गया। साथ ही उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिला कलेक्टरों को इस नई व्यवस्था की जानकारी देते हुए इसका पालन करने को कहा। इसके बावजूद चेकिंग प्वाइंटों से वाहनों से एंट्री के नाम पर अथवा अन्य तरीकों से अवैध वसूली का सिलसिला अभी भी जारी है।
इस क्रम में खंडवा जिला में हनुमना चैक पोस्ट पर परिवहन कर्मियों द्वारा ड्राइवर की मारपीट कर सिर फोड़ने एवं छिंदवाड़ा (पांढुरना) चैक प्वाइंट पर धड़ल्ले से हो रही अवैध वसूली का मामला सामने आया है। मौका ए घटनाक्रम से लिए गए वीडियो एवं फुटेज में MP28 TA 1622 नंबर की प्राइवेट टैक्सी बोलेरो के साथ बिना वैज और मुंह पर कपड़ा बांधे हुए तथाकथित कुछ परिवहन कर्मी साइड में गाड़ी खड़ी करके जबरन वसूली करते देखे जा रहे हैं। तथाकथित परिवहन कर्मियों द्वारा वाहन चालक राजेश से ड्राइविंग लाइसेंस मांगा तो उसने मौखिक रूप से लाइसेंस नंबर बताते हुए कहा कि मेरे सभी कागज कंप्लीट है आप ऑनलाइन देख सकते हैं। इस बात पर वसूली कर्ता परिवहन कर्मी ने मैडम को धक्का मारने का झूठा आरोप उस पर मढ़ते हुए उसके साथ जोर जबरदस्ती की। वाहन चालक/ मलिक ने यह भी बताया कि हर गाड़ी की तरह प्रतिमाह मै भी ₹6000 एंट्री देता हूं इस बार शायद ड्राइवर भूल गया है। इसलिए अभी मेरे पास जो है वही जमा कर लो। मगर पूरा पैसा ना देने की वजह से वाद विवाद बढ़ने लगा जिस पर उसने सीएम हेल्पलाइन नंबर 181 पर शिकायत करने की धमकी तक दे डाली फिर भी इन पर कोई फर्क नहीं पड़ा।
इसी तरह कुछ दिन पूर्व महूगंज जिला के अंतर्गत बहुचर्चित हनुमना चेक पॉइंट पर अवैध वसूली के चलते एक ड्राइवर के साथ मारपीट कर उसका सिर फोड़ दिया गया। ज्ञात हो की इसी चैक पॉइंट पर भारी शिकायतों के चलते रीवा आईजी महेंद्र सिकरवार के निर्देश पर चैकिंग पॉइंट पर अवैध वसूली करने वाले कर्मचारियों के विरुद्ध पुलिस ने मामला दर्ज किया था।
भले ही केंद्र सरकार और प्रदेश की मोहन यादव सरकार ने मध्य प्रदेश में आरटीओ बेरियल पर हो रही लूट खसोट पर विराम लगाने के लिए नई व्यवस्था लागू कर दी है मगर बदले हुए स्वरूप में वसूली का यह सिलसिला तमाम बेरियलों पर आज तक बरकरार है। यहां यह कहावत मुनासिब होगी कि भेड़िया के दांतों में यदि खून लग जाए तो वह आसानी से शिकार करना छोड़ता नहीं है।
“इन प्वाइंटों पर आरटीआई एवं टीएसआई की तैनाती होती है इन्हीं के नियंत्रण में चेकिंग की कार्रवाई संचालित होती है, मेरे संज्ञान में यह मामला आया है मैं अपने स्तर पर देखूंगा और यदि कोई कमी होगी तो उसे दुरुस्त किया जाएगा”।.. *मनोज टेहनगुरिया, प्रभारी क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी