भाजपा के राज्य में स्वतंत्रता के अधिकार से वंचित कर रहे हैं मार्क्सवादी..
भोपाल 6 अगस्त 2025। जहां एक ओर भारत के संविधान द्वारा प्रदत्त स्वतंत्रता के अधिकार के अंतर्गत अनुच्छेद 19(1)(छ) देश के सभी नागरिकों को कोई भी पेशा अपनाने, या कोई भी व्यवसाय, व्यापार या कारोबार करने का अधिकार देता है तो वहीं दूसरी ओर एक मार्क्सवादी संगठन कटनी सहित पूरे मध्य प्रदेश में इस स्वतंत्रता को अवरुद्ध कर रहा है।
कर्मचारियों के अधिकारों एवं श्रम क़ानूनों के प्रति जागरूकता एवं संरक्षण हेतु विभिन्न कर्मचारी संगठनों/यूनियनों का गठन किया गया । जिसमें कुछ यूनियन राजनैतिक दलों द्वारा मान्यता प्राप्त है, इनमें से एक यूनियन एमपीएमएसआरयू है। जिसे भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) द्वारा मान्यता प्राप्त बताया जाता है और इस यूनियन को दवा प्रतिनिधियों ( MR) का राष्ट्रीय संगठन एफएमआरआई संचालित करता है ।
यह संगठन विगत कई दशकों से अपने दुर्दांत हथकंडों के लिए कुख्यात रहा है। सदस्य बनाना, जबरन सदस्यता शुल्क वसूलना, दवा प्रतिनिधियों के साथ ज़ोर ज़बरदस्ती करना, उन्हें अपने कार्यालयों पर ज़बरदस्ती आने के लिए बाध्य करना, चिकित्सकों के यहाँ ग़ैर संगठन सदस्य को अपॉइंटमेंट ना मिलने देना, अपनी हड़तालों में बलपूर्वक दवा प्रतिनिधियों को शामिल करना तथा विभिन्न दवा कम्पनियों के प्रबंधकों को संख्या बल के आधार पर अलग अलग शहरों में घेरकर प्रताड़ित करना, गाली गलौच करना तथा मारपीट करना आदि इन संगठनों के कृत्य रहे हैं। प्रदेश में कुख्यात ये यूनियन सतना,रीवा,कटनी, सागर, छतरपुर, बालाघाट, छिंदवाड़ा तथा रतलाम अधिक प्रभावशाली है। इन शहरों एवं तटवर्ती क्षेत्र में दवा कम्पनियों के अंदर यूनियन का इतना आतंक व्याप्त है कि इसकी मर्ज़ी के बिना पत्ता तक नहीं हिलता। बड़ी से बड़ी दवा कंपनियां इस यूनियन की गुंडागर्दी के सामने विवश नज़र आती है। पुलिस एवं प्रशासन से शिकायतों के बावजूद आज तलक कोई सार्थक परिणाम सामने न आने की वजह से भाजपा शासित राज्य में मार्क्सवादी इस यूनियन के हौसले इतने बुलंद है।
इस क्रम में एक ताजा मामला सामने आया है जिसके अंतर्गत आज 6 अगस्त दोपहर कटनी नगर मे यूनिमार्क नामक दवा कंपनी के क्षेत्रीय प्रबंधक योगेन्द्र गुप्ता डॉक्टर ब्रह्मा जसूजा की क्लीनिक में आपने साथी दवा प्रतिनिधि के साथ मिलने गए। तभी वहाँ मनोज तिवारी (जायडस हेल्थकेयर लि के जर्मन रेमेडीज डिविज़न में एम.आर.) और सुनील दुबे (एलमेट कंपनी का एम.आर) अपने 10-12 अन्य साथियों के साथ आ धमके। स्वयं को मार्क्सवादी यूनियन एमपीएमएसआरयू का पदाधिकारी बताते हुये योगेंद्र गुप्ता एवं उनके साथी से पूछा कि क्या उन्होंने कटनी शहर में काम करने के लिए यूनियन को पूर्व सूचना या नोटिस दिया है? मना करने पर घटना के मुख्य आरोपी मनोज तिवारी एवं सुनील दुबे ने योगेंद्र गुप्ता के साथ अभद्रता की और बुरी तरीके से धमकाया।
घटना से भयभीत योगेन्द्र गुप्ता ने कटनी कोतवाली थाना में लिखित शिकायत दर्ज कर कार्रवाही करने हेतु आवेदन दिया। युग क्रांति के संवाददाता द्वारा कटनी कोतवाली के सहा. उपनिरीक्षक प्रह्लाद सिंह से स्थिति की जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि “ योगेंद्र गुप्ता के आवेदन पर कटनी पुलिस ने आरोपियों के ख़िलाफ़ असंगेय अपराध का मुक़दमा पंजीबद्ध किया है, जिसका सरल क्रमाकं 41 है । राष्ट्रीय पोर्टल मे इन्टरनेट कनेक्टिविटी न होने के कारण शिकायत अपलोड नहीं हो पाई है जैसे ही कनेक्टिविटी सुचारु हो जाएगी शिकायत को पोर्टल पर अपलोड करके एक प्रति फ़रियादी को उपलब्ध करा दी जाएगी” साथ ही पुलिस ने बताया कि आरोपियों पर अविलंब विधिसंमत कार्यवाही की जायेगी ।