मंडल को गुमराह करने की कॉर्पोरेशन ने की पूरी तैयारी..
भोपाल 6 अगस्त 2025। म प्र पुलिस आवास एवं अधोसंरचना विकास निगम द्वारा संचालक मंडल की बैठक आज दिनांक 6.8.2025 को पूर्वाह्न 11:00 बजे पुलिस हाउसिंग मुख्यालय में आहूत की गई है। जिसमें कॉरपोरेशन द्वारा लिए गए नीतिगत निर्णय, कॉर्पोरेशन की आय -व्यय, आवंटित राशि पर ब्याज लाभ, एसओआर से कम दर पर स्वीकृत कार्यों के चलते बची हुई राशि का समायोजन ब्यौरा, प्रदेश में चल रहे सभी प्रोजेक्टों के टेंडर से लेकर वर्तमान स्थिति बगैरा की समीक्षा होगी।
सूत्रों की माने तो पुलिस हउसिंग द्वारा संचालक मंडल को प्रस्तुत कार्यवाही विवरण इतनी लापरवाही अथवा सोची समझी योजना के साथ तैयार किया गया है कि इसमें निविदाओं की जो सूची संचालक मंडल के समक्ष प्रस्तुत की जा रही है उसमें निविदाओं को एसओआर से अधिक अथवा कम दर पर मंजूर किया गया है इसका तक उल्लेख नहीं किया जाना बताया गया है। ऐसा करना किन्हीं ठेकेदार फर्मों को मनचाहा लाभ पहुंचना तो नहीं ! विश्वस्त सूत्रानुसार कॉर्पोरेशन में एक-दो ऐसी फर्में कार्यरत है जिन्होंने सागर, भोपाल – 1 व 2 एवं उज्जैन सहित कई संभागों में 2 साल से धूम मचा रखी है। बैठक में प्रस्तुत अन्य विवरण के क्रम में- अर्जित ब्याज का निर्माण कार्यों में उपयोग एवं कार्यों को आवंटित राशि के व्यय उपरांत हुई बचत राशि का उपयोग पुलिस महानिदेशक के आदेशानुसार अन्य कार्यों पर करने का विवरण अंकित है। जबकि सूत्रों की माने तो वित्त विभाग के स्पष्ट निर्देश है कि इस राशि पर अर्जित ब्याज के रूप में प्राप्त राशि शासन द्वारा निर्देशित खाते में तत्काल जमा करा देनी चाहिए, इसका उपयोग किसी भी कार्य पर नहीं किया जा सकेगा। इस तरह की बचत राशि का उपयोग कार्यों पर करना वित्तीय नियमों के विरुद्ध है।
सूत्रों की माने तो कॉरपोरेशन द्वारा बैठक में संचालक मंडल के समक्ष प्रस्तुत भ्रामक एवं असंतोष जनक रिपोर्ट के चलते विवादास्पद बिंदुओं पर गहमागहमी होने की प्रबल आशंका जताई जा रही है। साथ ही युगक्रांति ब्यूरो को सनसनीखेज जानकारी मिली है कि एक जागरूक नागरिक की हैसियत से आरके शर्मा ने समूचे संचालक मंडल को सौ-प्रष्ठीय बुकलेट भेंट की है। जिसमें पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन के द्वारा निर्मित एवं निर्माणाधीन घटिया भवनों और स्ट्रक्चर्स का सचित्र पूरा विवरण है। इस बुकलेट में प्रभारी मुख्य अभियंता जेपी पस्तोर सहित अन्य करिंदो के कृत्यों एवं कारनामों के संबंध में उप मुख्यमंत्री, मंत्रीगण एवं अन्य जनप्रतिनिधियों को की गई शिकायतों के पत्र भी संलग्न है।
अब देखने वाली बात यह होगी कि संचालक मंडल की यह समीक्षात्मक बैठक आज किस मोड़ पर संपन्न होती है और समूचा संचालक मंडल कॉरपोरेशन द्वारा परोसे भ्रम और कारनामों की सौ प्रष्ठीय बुकलेट पर क्या क्रिया एवं प्रतिक्रिया करता है अथवा हाजमा की बड़ी गोली के साथ सब कुछ ऐसे ही हजम कर जाता है !