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विशेष दल गठित कर योजनाओं को दिलाएं मूर्त रूप- कलेक्टर श्रीमती चौहान

कमिश्नर-कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में दिए गए दिशा-निर्देशों पर अमल को लेकर कलेक्टर ने ली बैठक

ग्वालियर 24 अक्टूबर 2025/ जिले की हर ग्राम पंचायत में विशेष दल गठित कराएं। इस दल के सहयोग से हर गाँव में पढ़ाई से दूर बच्चों का शाला में प्रवेश, गर्भवती माताओं के स्वास्थ्य के सभी फॉलोअप, जन हितैषी एप डाउनलोड करवाना, योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए पात्र लोगों के फॉर्म भरवाना एवं पराली प्रबंधन एवं प्राकृतिक व जैविक खेती को बढ़ावा देने जैसे काम कराएं जाएं। इस आशय के निर्देश कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने जिले के सभी एसडीएम, जनपद पंचायतों के सीईओ, नगरीय निकायों के मुख्य नगर पालिका अधिकारी एवं विभागीय अधिकारियों को दिए।
मौजूदा माह के पहले पखवाड़े में भोपाल में आयोजित हुई कमिश्नर-कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में “विकसित और आत्म निर्भर मध्यप्रदेश” बनाने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव व मुख्य सचिव श्री अनुराग जैन द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों के पालन के सिलसिले में बुलाई गई बैठक में कलेक्टर श्रीमती चौहान ने यह निर्देश दिए। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित हुई बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सोजान सिंह रावत, जिले के सभी एसडीएम एवं संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

हर विकासखंड में 100-100 किसान चिन्हित कर जैविक खेती कराएं

कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने सरकार की मंशा के अनुरूप जिले में प्राकृतिक व जैविक खेती को बढावा देने पर विशेष बल दिया। उन्होंने हर विकासखंड में जैविक खेती के लिए 100-100 किसान चिन्हित कराने के निर्देश सभी एसडीएम को दिए। साथ ही कहा कि विभागीय अधिकारियों से व कृषि विज्ञान केन्द्र के माध्यम से किसानों को तकनीकी सलाह दिलाकर इन किसानों से जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित करें। साथ ही सफलतापूर्वक जैविक खेती कर रहे किसानों द्वारा उत्पादित उपज का प्रदर्शन स्टॉल लगाकर बाजारों में कराएं, जिससे किसानों को उपज के उचित दाम मिलें। साथ ही जैविक खेती को बढावा मिले। कलेक्टर ने ग्वालियर शहर के नजदीकी गाँवों में फ्लोरीकल्चर को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया है।

पराली जलाने की प्रवृत्ति को सख्ती से रोकें और हेपीसीडर को दें बढावा

कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि पराली जलाने की प्रवृत्ति को सख्ती से रोका जाए। इस पर जीरो टॉलरेंस हो। उन्होंने कृषि व उससे जुड़े विभागों के अधिकारियों को हिदायत दी कि किसानों को पराली प्रबंधन के लिए जागरुक करें। कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि धान व अन्य फसलों की कटाई करने वाले सभी हार्वेस्टर में नरवाई व पराली एकत्रित करने वाली एसएमएस मशीन (रोलिंग ड्रम) अनिवार्यत: लगी होना चाहिए। यदि कोई हार्वेस्टर मालिक ऐसा न करे तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।
पराली प्रबंधन में कारगर हेपीसीडर का उपयोग करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए भी कलेक्टर ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि जिले में वर्तमान में किसानों के पास 55 हेपीसीडर उपलब्ध हैं। साथ ही ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन कर किसान भाई अनुदान व हेपीसीडर प्राप्त कर सकते हैं। कलेक्टर ने अधिकाधिक बड़े किसानों को हेपीसीडर दिलाने के लिए कहा।

दस लाख अनुदान वाली पीएमएफएमई योजना से उद्यम स्थापित कराएं

उद्यानिकी विभाग के माध्यम से संचालित पीएमएफएमई (प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना) के तहत खाद्य प्रसंस्करण इकाई स्थापित करने का शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के निर्देश कलेक्टर ने बैठक में विशेष रूप से दिए। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारियों के साथ-साथ संबंधित क्षेत्र के एसडीएम व जनपद पंचायतों के सीईओ युवाओं से इस योजना के तहत उद्यम स्थापित कराएं। सरकार द्वारा इस योजना के तहत इकाई लागत का 35 प्रतिशत अनुदान (10 लाख रुपये तक) एवं तीन प्रतिशत ब्याज अनुदान दिया जाता है।

महिलाओं को “सुमन सखी चैटबॉट” से जोड़ें

कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने गर्भवती माताओं की स्वास्थ्य की जाँच के लिए सभी फॉलोअप कराने पर भी विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि एनएचएम मध्यप्रदेश द्वारा राज्य इलेक्ट्रोनिक विकास निगम के सहयोग से तैयार कराए गए “सुमन सखी चैटबॉट” को खासतौर पर गर्भवती माताओं के मोबाइल फॉन में डाउनलोड कराएं, जिससे उन्हें गर्भावस्था के दौरान व प्रसव के बाद सेहत का ध्यान रखने के लिए घर बैठे सलाह मिल सके।

एयर एंबुलेंस सेवा का लाभ दिलाने हेल्पडेस्क स्थापित करें

सरकार द्वारा संचालित एयर एंबुलेंस सेवा का लाभ जरूरतमंद मरीजों को दिलाने के लिए कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यालय में हेल्प-डेस्क स्थापित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सीएमएचओ से कहा कि इस हेल्प-डेस्क के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त करें जो पात्र मरीज को एयर एंबुलेंस सेवा दिलाने के लिए रिफर करने वाले अस्पताल व जिस अस्पताल में मरीज भर्ती होगा उसके साथ समन्वय कर सके।
हर शिक्षक ई- अटेंडेंस ऐप पर उपस्थिति दर्ज करे

कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने स्कूलों में शत-प्रतिशत शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराने पर जोर देते हुए कहा कि हर शिक्षक ई-अटेंडेंस ऐप पर अपनी उपस्थिति दर्ज करे। ई- अटेंडेंस का उपयोग न करने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।

विशेष अभियान चलाकर शेष सभी बच्चों को शालाओं में भर्ती कराएं

शाला त्यागी एवं पढाई से दूर शेष सभी बच्चों को आयु वर्ग के अनुसार आंगनवाड़ियों व स्कूलों में भर्ती कराने के निर्देश भी कलेक्टर ने बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि विशेष अभियान चलाकर शत-प्रतिशत बच्चों को स्कूलों से जोड़ा जाए।

यह भी निर्देश दिए गए

कलेक्टर ने ली बैठक• अति कम वजन के बच्चों को सार्मथ्यवान लोगों को गोद दिलाकर बनाएं सुपोषित।
• जिले में संचालित सभी एनआरसी की क्षमताओं का पूरा उपयोग करें।
• ग्राम पंचायतों मे समूह गठित कर गौ शालाएं संचालित कराएं।
• ग्वालियर व डबरा में स्वीकृत फिश पॉर्लर हर हाल में मार्च माह तक शुरू हो जाएं।
• “पहले आओ, पहले पाओ” सिद्धांत के तहत किसानों को वितरित कराएं चने का बीज।
• पट्टे वाले तालाबों में सरकार की योजना के तहत कराएं मत्स्य पालन।
• मोहना अस्पताल में एक माह के भीतर सिजेरियन डिलेवरी के लिए ओटी शुरू कराएं।
• श्रमिकों के बच्चों के लिए विशेष छात्रावास के लिए जगह तलाशें।
• बोर्ड परीक्षा के परिणाम ठीक नहीं रहे हैं, उन स्कूलों में अतिरिक्त कक्षाएं लगाएं।
• उद्यमियों की मदद के लिए कलेक्ट्रेट में बने फेसिलिटेशन सेंटर को ओर प्रभावी बनाएं।
• जिले में कारपेंटर क्लस्टर के लिए जगह तलाशें।
• मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति, संत रविदास, पीएम विश्वकर्मा, टंट्या मामा व भगवान बिरसा मुंडा योजना के लक्ष्य प्राप्ति के लिए विशेष प्रयास करें।