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भोपाल में आयोजित राज्य स्तरीय योग ओलंपियाड में हुई घपलतबाजी

सभी नियम कायदों को ताक पर रख पक्षपात और गुपचुप तरीके से हुआ राष्ट्रीय स्तर पर योग प्रतिभागियों का चयन..

भोपाल 18 दिसंबर 2023। दिनांक 15 और 16 दिसंबर 2023 को जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय भोपाल द्वारा शिवाजी नगर स्थित शासकीय योग केंद्र पर राज्य स्तरीय योग ओलंपियाड प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें भोपाल, इंदौर, जबलपुर, नर्मदा पुरम, उज्जैन, सागर, रीवा और ग्वालियर सहित आठ जिला/ संभाग के स्कूली बच्चों/प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
15 दिसंबर को प्रातः भोपाल जिला शिक्षा अधिकारी अंजनी त्रिपाठी द्वारा ओलंपियाड का शुभारंभ किया गया । इस प्रतियोगिता में तकरीबन 5 जजों की भूमिका भोपाल, इंदौर, जबलपुर, सागर से प्रतियोगिता में भाग लेने वाली टीमों के कोचों द्वारा अदा कराई गई। जिन्होंने अपने-अपने मनचाहे ढंग से बच्चों को नंबर दिए । प्रतियोगिता पूर्ण होने के बाद जजों के द्वारा अपने-अपने द्वारा छात्रों को दिए गए नंबरों को सार्वजनिक नहीं किया गया और ना ही चयन प्रक्रिया का अंतिम परिणाम सार्वजनिक रूप से घोषित किया गया और आपस में घोल-माल करके चयनित प्रतिभागियों को गुपचुप तरीके से सर्टिफिकेट दे दिये गये।


किसी भी प्रतियोगिता के नियमानुसार निष्पक्षता को मध्य नजर प्रतियोगिता में भाग लेने वाली टीमों से दूर-दूर तक संबंधित व्यक्ति को जज नहीं बनाया जा सकता। जजों के द्वारा अपने द्वारा प्रतिभागियों को दिए गए नंबर एवं इसके आधार पर तैयार किया गया अंतिम परिणाम घोषित किया जाता है और तदुपरांत चयनित विजेता को सार्वजनिक रूप से सर्टिफिकेट/पदक आदि सम्मानित किया जाता है मगर राज्य स्तरीय इस ओलंपियाड में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। यहां किसी भी प्रकार की निष्पक्षता और पारदर्शिता नहीं बरती गई। प्रतिभागी छात्रों एवं अन्य संबंधितजनो के द्वारा रिजल्ट सार्वजनिक करने की मांग करने के बावजूद भी बातों में टहला दिया गया।यहां की पूरी प्रक्रिया ने उस कहावत को सार्थक कर दिया कि…. अंधा बांटे रेवड़ी फिर फिर अपनों को दे.।

भोपाल ब्यूरो प्रमुख ब्रजराज सिंह ने जिला शिक्षा अधिकारी अंजनी त्रिपाठी से इस मुद्दे पर चर्चा की तो अपनी जिम्मेदारी से बचते हुए उन्होंने कलेक्टर के साथ टीएल मीटिंग में स्वयं को बिजी बताते हुए जवाब में कहा कि“2015 के बाद मेरी जानकारी अनुसार यह पहली बार हुआ है कि विजेता को हमने सर्टिफिकेट तक उपलब्ध कराये है अपनी इस बाहबाई के साथ श्री त्रिपाठी ने यह भी कहा कि अगर किसी भी प्रकार की कोई गड़बड़ हुई है तो मैं उसको दिखवाऊंगा और जांच करवाऊंगा”। इस विषय को वरिष्ठ एवं राज्य स्तर के सक्षम प्राधिकारियों के संज्ञान में भी लाया गया है।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में उनकी विशेष मंसा अनुरूप संपूर्ण भारतवर्ष में योग पर बढ़ चढ़कर काम हो रहा है जिस पर श्री मोदी जी ने देश को वैश्विक पटल पर अब्बल दर्जा दिलाने में महारत हासिल की है ,मगर इस तरह के तथाकथित कुछ (ओलंपियाड) आयोजनों द्वारा प्रधानमंत्री की मनसा पर पूरी तरह से पानी फेरा जा रहा है।