राजमाता माधवी राजे सिंधिया को श्रद्धांजलि देने के लिए ग्वालियर में उमड़ी लाखों की भीड़, देश के कोने कोने से आए लोग, पूरा सिंधिया परिवार मौजूद
ग्वालियर में अंतिम दर्शन करने मुख्यमंत्री मोहन यादव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल, राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया, मंत्री प्रह्लाद पटेल, प्रदुम्न तोमर सहित कई मंत्री एवं अनेक विपक्ष के नेता हुए शामिल
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किया अंतिम संस्कार, पूरा सिंधिया परिवार हुआ एकजुट
ग्वालियर 16 मई 2024। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की माँ व ग्वालियर राज परिवार की राजमाता माधवी राजे सिंधिया का पार्थिव शरीर आज अंतिम दर्शन एवं संस्कार के लिए ग्वालियर लाया गया।
कल दिल्ली के एम्स में देहसवान के बाद आज हवाई जहाज़ से शरीर को ग्वालियर लाया गया । इसके बाद पूरे संभाग, प्रदेश एवं देश से आई हुई आम जनता और साथ ही अनेक राज परिवारों के सदस्यों ने जय विलास पैलेस के रानी महल में राजमाता को श्रद्धांजलि अर्पित की।
बता दें की सुबह से ही लोग अंतिम दर्शन के लिए आए थे और 11:45 से शुरू अंतिम दर्शन में लाखों लोगों ने राजमाता के चरणों को प्रणाम कर अंतिम विदाई दी। ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया, बेटे महानआर्यमन सिंधिया संग सिंधिया परिवार के अनेक सदस्य जैसे ज्योतिरादित्य की बहन चित्रांगना सिंह, बुआ वसुंधरा राजे सिंधिया, यशोधरा राजे सिंधिया सहित सिंधिया परिवार और मराठा समाज के अनेक सदस्य मौजूद थे।
बता दें की बड़ोदा के राज परिवार के कई सदस्य भी पधारे और पूरे भारत के अनेक राज परिवारों के सदस्यों ने ग्वालियर आकार राजमाता को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री श्री हितानंद जी, प्रदेश शासन के उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, प्रदेश शासन के मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय, श्री प्रहलाद पटेल, श्री प्रदुम्न तोमर, श्री तुलसी सिलावट ,वरिष्ठ नेता श्री जयभान सिंह पवैया, डॉ. नरोत्तम मिश्रा, पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री सुरेश पचौरी सहित मध्यप्रदेश शासन के मंत्री, सांसद, विधायक एवं वरिष्ठ नेताओं ने श्रद्धेय राजमाता माधवी राजे सिंधिया जी को नम आखों से अंतिम विदाई दी।
अंतिम दर्शन के पश्चात राजमाता के मृतक शरीर को पालकी में जय विलास पैलेस से शहर में स्थित सिंधिया छतरी पर ले जाया गया। छतरी पर ज्योतिरादित्य ने पूरे विधि विधान से अपनी मां का अंतिम संस्कार किया।