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NHAI के टूटे क्रैश बैरियर्स से हुआ बड़ा हादसा, एक की मौत दूसरा गंभीर रूप से घायल

ग्वालियर- शिवपुरी रोड पर टूटे और उखड़े क्रेश वेरियर से टकराई दंपति की बाइक..

108 एंबुलेंस के पायलट रविंद्र भदोरिया ने दंपति को पहुंचाया अस्पताल..

NHAI अधिकारियों की लापरवाही ने ली गई एक की जान…

ग्वालियर 5 जून 2024। देश में सुरक्षित परिवहन हो इसलिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा नित्य नई सड़कों का निर्माण किया जा रहा है लेकिन यही सड़के अब आमजन के लिए मौत का सबक बनती जा रही है।

ग्वालियर- शिवपुरी हाईवे क्रमांक 44 पर आज एक बड़ा सड़क हादसा हुआ जिसमें सड़क के किनारे बने क्रैश बैरियर से बाइक सवार दंपत्ति टकराकर काल के गाल में समा गया । सड़क के किनारे लगे रहने वाले क्रैश बैरियर जो लापरवाही के चलते  अक्सर सड़क पर बिखरे पड़े रहते हैं इन्हीं से टकराकर आज महिला की घटना स्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई तो वहीं उसका पति अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है।

ग्वालियर से शिवपुरी आने-जाने में लगभग ₹400 का टोल टैक्स वसूला जाता है जिसके एवज में अच्छी सड़कें एवं सुरक्षित परिवहन की सुविधा मुहैया कराई जानी चाहिए है मगर यहां सड़क मेंटेनेंस करने वाली कंपनियां तो मेंटेनेंस के नाम पर सिर्फ दिखावा कर रही हैं और ग्वालियर में पदस्थ एन एच ए आई के अधिकारी सिर्फ खानापूर्ति करते नजर आ रहे हैं। ये पहला मामला नहीं है कि किसी को अपनी जान गवानी पड़ी हो बल्कि इससे पहले भी आए दिन क्रैश बैरियर और सड़कों में गड्ढों की वजह से आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। सुप्रीम कोर्ट के साफ निर्देश हैं कि” सुरक्षित परिवहन केेे लिए सभी प्रावधानों को आवश्यक रूप से रूप से लागू किए जाएं तथा सड़क पर ओवरलोडिंग वाहन न चलाए जाए” इसके बावजूद भी NHAI के अधिकारियों की मिलीभगत से लगातार नियमों, कानूनो एवंं सुप्रीम कोर्ट के निर्देशोंं की अवमानना हो रही है जिसकेे चलते ओवरलोडिंग वाहन चल रहे हैं, सड़क के किनारे जगह-जगह क्रेस वैरियर टूटे पड़े हैं। टूटेेेे हुए इन क्रैश बैरियरोंं से न सिर्फ जानवर सड़क पर आ जाते है बल्कि यही बैरियर वाहनों से टकरा बड़ी दुर्घटना का कारण बन रहे हैं। हाइवे क्रमांक 44 पर क्रैश बैरियरों के इन हालतों और इनकी वजह से हो रही इस तरह की दुर्घटनाओं का जिम्मेदार कौन है यह तय होना बाकी है? फिलहाल इस मामलेेेेे को प्रकाश में लाते हुए NHAI के वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान मेंं लाया गया है।

इनका क्या कहना है..

दुर्घटना की जानकारी मुझे भी प्राप्त हुई है, क्रैश वेरियस या अन्य कोई छोटे मोटे स्तर की प्रॉब्लम होगी तो उसे तत्काल ठीक करवाया जाएगा और जहां तक मेंटेनेंस का सवाल है तो वह एक प्रक्रिया के अंतर्गत किया जाता है, इसमें थोड़ा समय लगता है, इस प्रक्रिया के अंतर्गत मेंटेनेंस के लिए राशि मुहैया हो चुकी है जिस पर जल्द ही मेंटेनेंस का कार्य पूरा किया जाएगा… उमाकांत मीणा, परियोजना निदेशक ,ग्वालियर
मेरी जानकारी में जैसे ही ये मामला आया है वैसे ही मैंने दुर्घटना की वजहों की जांच के निर्देश दिए हैं। हाईवे के दोनों तरफ क्रैश बैरियर को तत्काल नए शिरे से बदलना इंपॉसिबल है इसलिए मैंने उखड़े एवं छातिग्रस्त बैरियर को तत्काल हटाने के निर्देश भी दिए हैं। आगे से किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और इस तरह की दुर्घटना के लिए जिम्मेदार -संबंधित को आगे से बक्सा नहीं जाएगा.. श्री मुकुल, क्षेत्रीय अधिकारी -एनएचएआई, जबलपुर (मप्र)