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गुरू पर्व के रूप मे धूमधाम से मनाया बाबा धर्मदास साहिब का वर्सी महोत्सव

 बाबा धर्मदास साहिब की वर्सी महोत्सव पर गुरूद्वारे मे हुये कई आयोजन, हुआ सुखमनि साहिब का पाठ
दतिया। सिंधी समाज द्वारा अपने विषेष आस्था का केंद्र दांतरे की नरिया स्थित बाबा धर्मदास साहिब गुरूद्वारा पर सात दिन से होने वाले निरंतर कार्यक्रमो का समापन सोमवार को श्रद्वालुओ द्वारा अरदास के साथ किया गया। कार्यक्रम का विषेष आयोजन बाबा धर्मदास साहिब की वर्सी महोत्सव के उपलक्ष्य मे 18 जुलाइ्र्र से रखा गया था जिसका समापन सोमवार को भव्यता के साथ किया गया। बाबा धर्मदास साहिब समिति के प्रमुख सेवादार धर्मदास भंवानी ने गुरूद्वारे मे समापन कार्यक्रम मे बताया कि बाबा धर्मदास साहिब की जीवनी एवं उनके द्वारा गुरूग्रंथ साहिब मे अटूट विष्वास किस प्रकार था उसकी विस्तृत जानकारी दी तथा गुरू की वाणी का उच्चारण कर संगत को गुरू चरणो के साथ जोडते हुये बताया कि वैसे तो वर्ष भर गुरूद्वारे मे नितनेम, रहिरास साहिब, गुरूवाणी का पाठ एवं अरदास प्रतिदिन नियम कायदो के अनुरूप चलती रहती है लेकिन यह वर्सी महोत्सव का एक विषेष महत्तव है इसलिये हम सभी श्रद्वालु इस कार्यक्रम को गुरूपर्व के रूप मे मनाते है उल्लेखनीय है कि सात दिवसीय वर्सी महोत्सव कार्यक्रम मे गुरूद्वारे मे प्रथम दिन से प्रतिदिन स्थानीय कलाकार चंदन दासवानी द्वारा गुरूवाणी एवं शब्द कीर्तन कर अपनी प्रस्तुतियां गुरूचरणो मे समर्पित की गई वही वर्ष भर प्रतिदिन सुबह से लेकर गुरूसाहिब को आराम कराने वाली सेवादार अनीता उदासीन द्वारा भी बाबा धर्मदास साहिब की जीवनी पर स्वयं द्वारा लिखे भजनो की विषेष प्रस्तुति दी। सात दिवसीय वर्सी महोत्सव के उपलक्ष्य मे समिति द्वारा प्रतिदन गुरूग्रंथ साहिब एवं सुखमनी साहिब का निरंतर पाठ आयोजित किया गया जिसमे प्रतिदिन भावनात्मक रूप से निरंतर पाठ करने वाली एक सैकडा महिलाओ को गुरूबाबा का आर्षीवाद स्वरूप गुरूद्वारा प्रबधंन समिति द्वारा सम्मानित किया गया । वर्सी महोत्सव के उपलक्ष्य मे प्रतिमाह होने वाले सामूहिक सुखमनी साहिब का पाठ रविवार शाम को भव्यता एवं विषेष संगीतमयी रूप से किया गया जो दर रात तक चला। पाठ साहिब समाप्ति पष्चात कीर्तन एवं गुरूवाणी कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसमे झांसी सीपरी बाजार गुरूद्वारा से पधारे जत्थाप्रमुख अजीत सिंह वीर जी द्वारा अपनी आवाज से गुरूवाणी सिमरन कराकर श्रद्वालुओ को मंत्रमुग्ध कर दिया । भाई अजीत सिंह द्वारा गुरूवाणी सिमरन मे मैनू तो भरोसो गुरूग्रंथ महाराज पे, शुकर करा तेरा दाता, तू ही तू सहित कई शब्द सुनाये एवं उपस्थित संगत को गुरू वचनो की महिमा के बारे मे विस्तृत से समझाया। वही सोमवार को वर्सी महोत्सव के अंतिम दिवस गुरूद्वारे मे नितनेम,सत्संग एवं वर्सी महोत्सव के उपलक्ष्य मे लगातार चल रहे गुरूग्रंथ साहिब के पाठ साहिब का भोग साहिब, धुनी, सामूहिक अरदास एवं गुरूग्रंथ साहिब का वचन एवं हुक्मनामा की वाणी का महत्तव श्रद्वालुओ को बताकर कार्यक्रम का समापन किया गया। इस दौरान सेवा समिति द्वारा लंगर का भी अटूट आयोजन किया गया। इस अवसर पर बाबा धर्मदास सेवा समिति एवं गुरूद्वारे के मुख्य श्रद्वालु रामचंद्र गुलवानी ,लालचंद्र आडवानी, दिलीप मोटवानी, जय जैसानी, किषोर वाधवानी, बंटी लालवानी, संजय आडवानी, टेकचंद्र परियाणी, भगवानदास गलानी, आनंद तुलसानी, अमृत तुलसानी सहित कई श्रद्वालु उपस्थित रहे।
बच्चो का भी किया सम्मान एवं उत्साहवर्धन


सात दिवसीय वर्सी महोत्सव के समापन दिवस पर गुरूद्वारा सेवा समिति द्वारा जिन बच्चो ने गुरूद्वारे मे सुखमनी साहिब का कोई भाग, गुरूवाणी या गुरू का शब्द वचन प्रस्तुत किये उन्हे भी आकर्षक उपहार देकर सम्मनित किया गया। बाबा धर्मदास सेवा समिति के सदस्य रामचंद्र गुलवानी ने बताया कि बच्चो को दिया गया यह उपहार उनके उत्साहवर्धन एवं प्रेरणा के लिये है। बाबा धर्मदास साहिब द्वारा दी षिक्षा मे हम श्रद्वालुओ को यही सिखाया गया है कि बच्चो को गुरूद्वारे तथा गुरूवचन की ओर आवष्यक रूप से जोडा जाये ताकि वे संस्कारवान हो एवं एक अच्छी दिषा की ओर चल सके। बस इसी के चलते वर्सी महोत्सव पर समिति द्वारा करीब एक सैकडा बच्चो को गुरूवाणी एवं सुखमनी साहिब का कोई एक अंष, सुनाने पर उन्हे उपहार देकर देकर उन्हे प्रोत्साहित किया गया ताकि और       भी बच्चे प्रेरित हो एवं गुरू के प्रति अपनी आस्था एवं विष्वास रख अपनी जिंदगी मे आगे बढे।
आकर्षक रूप से सजाया गुरूद्वारा
बाबा धर्मदास साहिब सेवा समिति द्वारा गुरूपर्व के उपलक्ष्य मे गुरूद्वार परिसर को आकर्षक रूप से सजाया गया तथा गुरूद्वारे भवन पर  भव्य लाइटिंग कर सारे गुरूद्वारे परिसर को दुल्हन की तरह सजाया गया। गुरूद्वारे की साज-सज्जा को प्रमुख सेवादार दतिया के प्रमुख इंवेट मैनेजर मोहित टिलवानी एवं व्यापारी सन्नी आडवानी द्वारा सजाया गया। साज सज्जा मे गुरूग्रंथ साहिब के दीवान एवं बाबा धर्मदास साहिब के विराजमान स्थान पर कलरफुल आकर्षक लाइटिंग की गई जो चर्चा का विषय रही।

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