लक्ष्मणगढ़ भिंड रोड का प्रवेश द्वार “किला द्वार” का मुख्य बीम निर्माण के दौरान ही बना झूला..
अधिकारियों ने झोंकी सिंधिया की आंखों में धूल, छुपाया किला द्वार का ऐब..
ग्वालियर 3 अगस्त 2024। स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत शहर के उन कार्यों को कराया जाता है जो सौंदर्यीकरण एवं अति विशिष्ट विकास से संबंधित है लिहाजा इन कार्यों की एसओआर दर भी ठेकेदार को बहुत अच्छी मिलती है फिर भी लालच की पराकाष्ठा का मामला सामने आया है।
यह मामला है ग्वालियर स्मार्ट सिटी द्वारा बनाए जा रहे ग्वालियर के चार प्रमुख प्रवेश द्वारों में से एक भिंड रोड लक्ष्मणगढ़ में बन रहे ग्वालियर किला को समर्पित किला द्वार का। तीन करोड़ से अधिक लागत के इस ग्वालियर के समृद्ध इतिहास एवं संस्कृति का प्रतीक इस भव्य दरवाजे का निर्माण ग्वालियर स्मार्ट सिटी के अंतर्गत प्रग्मेटिक इंटरप्राइजेज फर्म द्वारा कराया जा रहा है। अधिकारियों की मिली भगत से ठेकेदार द्वारा इस प्रवेश द्वार की ऐतिहासिक समृद्धि एवं संस्कृति पर कैसे कालिख पोती जा रही है ये साफ तौर पर दिखाई दे रहा है जिसे चलते-फिरते दूर से ही देखा जा सकता है। इस किला द्वार के निर्माण में अभी सड़क के समानांतर निचला बीम डाला गया है जिसके ऊपर और भी निर्माण कार्य होना है मगर ये बीम अभी से अपना स्वयं का भार झेलने में सक्षम नहीं है। जो अभी से बीच में नीचे की तरफ झूलने लगा तो भला निर्माण के पूरे बोझ से इसकी हालत क्या होगी इसका अंदाजा अभी से लगाया जा सकता है। विशेषज्ञों की माने तो इस तरह बीम का लटक जाना तभी संभव है जब इसके अंदर इस्तेमाल होने वाले सरिया, गिट्टी, रेता आदि पदार्थों के इस्तेमाल में गुणवत्ता मापदंडों को पूरी तरह से नजर अंदाज किया गया हो।
आखिरकार कितनी हैरत और गैरत की बात है कि स्मार्ट सिटी की अध्यक्ष जिला कलेक्टर रुचिका चौहान, सचिव नगर निगम कमिश्नर हर्ष सिंह एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी नीतू माथुर के साथ पूरा इंजीनियरिंग हमला रहने के बावजूद भी ठेकेदार द्वारा मनमानी व नाफरमानी करना एक बड़ा सवाल है? कहीं ना कहीं ये ठेकेदार और अधिकारियों की मिली भगत की ओर इशारा करता है। अगर इसको सही तरीके से दोबारा नहीं बनवाया गया तो ग्वालियर की ऐतिहासिक समृद्धि का प्रतीक ये प्रवेश द्वार निश्चित रूप से भविष्य में जल्द ही दुर्घटना का प्रतीक बनेगा।
खबर पर संज्ञान लेते हुए सीईओ नीतू माथुर का क्या कहना है…
युग क्रांति टीम ने मौके के मुआयने के उपरांत व्हाट्सएप के माध्यम से स्मार्ट सिटी की सीईओ नीतू माथुर को जानकारी दी जिस पर उन्होंने कहा कि“आपके द्वारा व्हाट्सएप पर भेजी गई थी खबर के आधार पर मैंने कंस्ट्रक्शन इंजीनियर से इसकी जांच कराई है सेंट की भी जांच कर रहे हैं, कंस्ट्रक्शन इंजीनियर का कहना है कि इससे इसकी स्ट्रैंथ पर कोई फर्क नहीं आया है जहां तक वह थोड़ा जूलता सा दिख रहा है उसे भी ठीक कराया जाएगा, इसके लिए ठेकेदार प्रगमेटिक इंटरप्राइजेज एवं अपने इंजीनियर्स को भी निर्देश दे दिए हैं और इसके लिए शो कॉज नोटिस भी जारी कर रहे हैं”।
अधिकारियों ने झोंकी केंद्रीय मंत्री सिंधिया की आंखों में धूल, बोरियों से छुपया किला द्वार का एब
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज ग्वालियर प्रवास के दौरान स्मार्ट सिटी मिशन के तहत ग्वालियर किले को समर्पित “किला द्वार” के विकास कार्य का निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। सिंधिया ने निरीक्षण के दौरान कहा कि रू 12.41 करोड़ की लागत से बन रहे शहर के 4 प्रवेश द्वार हमारी समृद्ध इतिहास और संस्कृति के प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि यह 4 प्रवेश द्वार ग्वालियर शहर के प्रगति और विकास के द्वार बनेंगे। गौरतलब है कि सिंधिया के द्वारा इस दरवाजे के निरीक्षण की पूर्व सूचना के आधार पर स्मार्टसिटी के अधिकारियों ने आनन-फानन इस द्वारा के मुख्य बीम की झोल को बोरियां लपेट कर इसके ऐब को छुपाने की कोशिश की। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समक्ष इन अधिकारियों का गुस्ताखी भरा ये कदम सरेआम सिंधिया की आंखों में धूल झोंकना है।