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इंदौर में कांग्रेस की किसान न्याय यात्रा में उमड़ा किसानों, कांग्रेसजनों एवं आमजनों का सैलाब

किसानों को जब तक सोयाबीन का भाव 6000 रूपए क्विंटल नहीं मिल जाता, कांग्रेस का संघर्ष यूं ही चलता रहेगा: दिग्विजय सिंह

मोहन यादव जी ये वही किसान हैं, जिन्होंने वोट देकर आपको मुख्यमंत्री बनाया है, इनकी बात जरूर सुने, किसानों के प्रति सरकार का तानाशाही रवैया बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा: जीतू पटवारी

भोपाल/ इंदौर 20 सितम्बर 2024। प्रदेश के सभी जिलों में आयोजित किसान न्याय यात्रा के परिप्रेक्ष्य में आज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री जीतू पटवारी, पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद श्री दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में इंदौर में किसान न्याय यात्रा आयोजित की गई, जिसमें हजारों किसान अपने टैक्टर लेकर रैली में पहुंचे, वहीं बड़ी संख्या में कांग्रेसजन और आम नागरिक भी रैली में शामिल हुये।

मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा प्रदेश के किसानों के हक की आवाज को बुलंद करने, उन्हें फसलों का समर्थन मूल्य दिलाने और सोयाबीन के भाव 6000 रुपए प्रति क्विंटल दिए जाने जैसी मांगों को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री जीतू पटवारी के नेतृत्व में कांग्रेस द्वारा प्रदेश भर में निकाली गई ‘किसान न्याय यात्रा’ के समापन अवसर पर आज इंदौर के कलेक्टर कार्यालय पर एक विशाल आम सभा का आयोजन किया गया।
पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजयसिंह ने इंदौर में आयोजित किसान न्याय यात्रा को संबोधित करते हुये कहा कि जब तक किसानों को फसलों का समर्थन मूल्य और सोयाबीन का भाव 6000 रुपए प्रति क्विंटल नहीं मिल जाता, तब तक कांग्रेस का संघर्ष यूं ही चलता रहेगा। प्रदेश सरकार किसानों के साथ हमेशा से अन्याय करती आ रही है। किसान कभी खाद-बीज को लेकर तो कभी बिजली को लेकर परेशान है। मंडियों में किसानों की फसलों को औने-पौने दामों में खरीदकर उन्हें लूटा जाता है।


प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि किसान न्याय यात्रा में शामिल होने आ रहे हजारों ट्रैक्टरों को शहर की सीमा में घुसने से रोक कर प्रदेश की अत्याचारी भाजपा सरकार ने अपना तानाशाही चेहरा उजागर किया है। अनुमति के बाद भी सरकार का यह कृत्य लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं की धज्जियां उड़ाने के समान है, हमनें इस किसान न्याय यात्रा के जरिए भाजपा को किसानों से किया गया उनका वही वादा याद दिलाया है जो उसने ‘मोदी की गारंटी’ के नाम से अपने घोषणा पत्र में किया था। उन्होंने कहा कि अपने वादे से मुकरी प्रदेश सरकार ने, न तो गेहूं का भाव 2700 रुपए न ही धान का भाव 3100 रुपए प्रति क्विंटल दिया, सोयाबीन का तो लागत मूल्य भी सरकार देने का नाम नहीं ले रही है।
श्री पटवारी ने कहा कि इस दमनकारी सरकार को यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि जब तक किसानों को उनकी फसलों का समर्थन मूल्य और सोयाबीन का भाव 6000 रुपए प्रति क्विंटल नहीं मिल जाता, किसानों के न्याय की यह लड़ाई यूं ही अनवरत जारी रहेगी। अगर सरकार नहीं मानी तो अगले चरण में मंडियों पर आंदोलन होगा और उसके बाद विधानसभा के घेराव के लिए भी सरकार को तैयार रहना होगा। आंदोलन चाहे कितना भी लंबा क्यों न चले, हम तब तक चैन से बैठने वाले नहीं हैं, जब तक किसानों को उनका वाजिब अधिकार नहीं मिल जाता।
श्री पटवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री जी, ये वही किसान हैं, जिन्होंने वोट देकर आपको मुख्यमंत्री बनाया है, आप इनकी बात जरूर सुनें। जबरन ट्रैक्टर रोकेंगे, दमन करेंगे, तो यह अलोकतांत्रिक कदम होगा। किसानों के न्याय के संघर्ष में मेरे साथियों के रक्त की एक-एक बूंद का हिसाब इस सरकार से लिया जायेगा।
श्री पटवारी ने मुख्यमंत्री जी किसान न्याय यात्रा में शामिल होने वाले ट्रैक्टर्स को पूरे मध्यप्रदेश में रोका जा रहा है। आज इंदौर में भी पुलिस ने जगह-जगह नाकाबंदी कर ट्रैक्टर्स रोके हैं। किसान न्याय यात्रा ट्रैक्टर रैली की अनुमति निरस्त कर तानाशाही और हठधर्मिता का परिचय दिया है। श्री पटवारी ने कहा कि किसानों की यह स्थिति चिंता का विषय है। किसानों के अधिकारों और उनकी आवाज को दबाने का यह प्रयास लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है। जब किसान अपनी समस्याओं को लेकर आवाज उठाते हैं, तो उन्हें सुनना और उनके साथ संवाद करना चाहिए। इस तरह के प्रदर्शन लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा होते हैं, और तानाशाह भाजपा सरकार को उन्हें रोकने के बजाय उनके मुद्दों को समझने की कोशिश करनी चाहिए।
श्री पटवारी ने कहा कि राहुल गांधी जी किसानों की बात करते हैं, इसलिए भाजपा उनसे नफरत करती है। उनके नेता राहुल जी की हत्या की बातें करते हैं, जबकि मोदी जी चुप रहते हैं। भाजपा सरकार का किसान विरोधी चेहरा एक बार फिर उजागर हुआ, मोहन यादव जी की तानाशाही सरकार डर गई है, इसलिए अब वह किसान न्याय यात्रा को जगह जगह बैरिकेड लगाकर रोकने की कोशिश कर रही है। सरकार की यह तानाशाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं कि जाएगी। किसानों और कार्यकर्ताओं की ऊर्जा ही किसान न्याय यात्रा की ईंधन है। ये भारी उत्साह हमें हर दिन किसान की लड़ाई और मज़बूती से लड़ने की प्रेरणा देता है। किसानों के साथ वादा खिलाफी करने वाली बीजेपी सरकार के खिलाफ आज हम सभी जिला मुख्यालयों का घेराव कर रहे हैं। हमारा सरकार से आग्रह है की किसानों को उनकी मांग अनुरूप समर्थन मूल्य दिया जाये।
इस आम सभा में पूरे जिले भर के किसान पूरे जोश-खरोश के साथ अपने ट्रैक्टरों से शामिल होने के लिए निकले थे, लेकिन चारों दिशाओं से आ रहे हैं हजारों ट्रैक्टरों को देख, घबराई सरकार ने शहर की सीमाओं पर बैरिकेडिंग कर, उन ट्रैक्टरों को रोक लिया। भारी पुलिस बल के माध्यम से न केवल ट्रैक्टरों, बल्कि किसानों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भी रोकने का प्रयास किया गया और केवल एक ट्रैक्टर को ही सभा स्थल तक जाने की अनुमति दी गई। कांग्रेस प्रवक्ता व सांवेर विधानसभा से पार्टी की उम्मीदवार रहीं रीना बौरासी को सांवेर से आते वक्त बारोली फ़ाटे के पास गिरफ्तार कर लिया गया।
इस सब दमनकारी कार्यवाहियों के बावजूद हजारों की संख्या में किसान, महिलाएं और कांग्रेस के कार्यकर्ता, इंदौर के कलेक्टर ऑफिस स्थित सभा स्थल पर पहुंचे। सभी नेताओं ने एक स्वर से किसानों के संघर्ष को अपना समर्थन देते हुए उनकी हर लड़ाई में साथ देने के अपने संकल्प को दोहराया। कार्यक्रम के पश्चात कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश के राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन भी एसडीएम को सौंपा।
इस अवसर पर अभा कांग्रेस के सचिव सह प्रभारी संजय दत्त, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा, जिला कांग्रेस अध्यक्ष सदाशिव यादव, नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे, जिले के सह प्रभारी द्वय अवनीश भार्गव एवं गजेंद्र सिसोदिया, के के मिश्रा, कृपा शंकर शुक्ला, विपिन वानखेड़े, श्यामसुंदर यादव, श्रीमती अर्चना जायसवाल, शेख अलीम, योगेश यादव, संतोष सिंह गौतम, मृणाल पंत, राधेश्याम पटेल, राजेश चौकसे, पिंटू जोशी, अमन बजाज, अरविंद बागड़ी, दीपू यादव, राजू भदौरिया, अमित पटेल, देवेंद्र सिंह यादव, सच सलूजा, श्रीमती सोनिला मिमरोट बड़वाया जी, केतन चौधरी, अमित चौरसिया, सुश्री शांभवी शुक्ला, प्रमोद द्विवेदी, अर्जुन सांखला, राकेश सिंह यादव, गजेंद्र वर्मा, ओम सिलावट, नीलाभ शुक्ला, आनंद कासलीवाल, महेन्द्र रघुवंशी आदि ने भी संबोधित किया।

कांग्रेस नेता संजय कामले, अनिल यादव, सोहराब पटेल, गिरधर नागर, विवेक खंडेलवाल, गिरीश जोशी, सुबूर अहमद गौरी, मुकेश ठाकुर, मुकेश यादव, राजा चौकसे, किशोर डोंगरे, प्रह्लाद महावर, अखिलेश जैन गोपी, लोकेश हार्डिया, श्रीमती साक्षी शुक्ला, श्रीमती मीनाक्षी जायसवाल, श्रीमती शशि हाड़ा, श्रीमती हलीमा बी, पप्पू मालवीय, अनिल कामले, गिरीश चितले, किशोर धुलधोए, पी.डी. जाटवा, अभिषेक करोसिया, सचिन चौहान सहित हजारों की संख्या में किसान, कांग्रेस कार्यकर्ता और आम नागरिक उपस्थित थे।