भोपाल- खरगोन। वरिष्ठ अधिकारीयों एवं मंत्रियों को ठेंगा दिखाकर अपनी मनमानी करने में सुर्खियां बटोरने वाले तमाम दिलचस्प मामलों में से एक ये वर्ष 2022 का ममला है। जिसमें डीपीसी खरगोन के पद पर रहते हुए कलेक्टर एवं प्रभारी मंत्री के अनुमोदन के बिना ओ.पी.बनड़े ने अपने अधीनस्थ कई कर्मचारियों के स्थानांतरण एवं संलग्नीकरण कर डाले। जिसके चलते इन पर कार्रवाई की गई और मामले की जांच कलेक्टर खरगोन द्वारा की जाकर बनडे को दोषी पाया गया फिर भी इनपर कोई कार्रवाई नहीं की गई ।
इसी तरह खरगोन जिले के जनपद शिक्षा केन्द्रों में स्वीकृत पदों से अधिक पदों पर बीएसी की नियुक्ति करना, बालिका छात्रावासो में वार्डनो की नियम विरुद्ध नियुक्ति करने के साथ ही इन छात्रावासो में पलंग के क्रय में भारी वित्तीय अनियमितता की गई। पुनः प्रकरण की जांच कलेक्टर खरगोन द्वारा की गई और बनडे को दोषी पाए जाने पर कलेक्टर ने पत्र क्रमांक 2076 दिनांक 19 .11. 2022 के द्वारा बनडे के विरुद्ध कार्यवाही हेतु राज्य शासन को लिखा मगर बनडे द्वारा किए गए भ्रष्टाचार पर कार्यवाही करने की बजाय उसे पुरस्कृत करते हुए लोक शिक्षण ने झाबुआ में जिला शिक्षा अधिकारी नियुक्त कर दिया। ऐसे तमम अन्य प्रकरणों का लोक शिक्षण को पता चला तो इन्होंने बनडे को विशिष्ट संस्था मॉडल स्कूल धर्मपुरी में प्राचार्य बनाकर सुरक्षित कर दिया। बनड़े के द्वारा कागज पर की गई खरीदी वर्तमान जिला शिक्षा अधिकारी झाबुआ के लिए अब संकट बन गई है। उन्होंने अपने पत्र क्रमांक… क्रमशः 7 जून एवं 7 अगस्त 2024 को लोक शिक्षण संचालक के के द्विवेदी को बनडे के विरुद्ध कार्रवाई हेतु पत्र लिखा, कार्रवाई न होने पर 9 अक्टूबर 2024 को संचालक लोक द्विवेदी को अर्धशासकीय पत्र लिखकर कार्रवाई का अनुरोध किया गया। इसके बावजूद भी बनडे को निलंबित नहीं किया जा रहा है।ओपी बनडे विशेष संस्था में पदस्थ होने पर भी सप्ताह में एक दिन विद्यालय जाता है फलस्वरूप वहां की छात्र संख्या 200 से आगे नहीं बढ़ रही है।
देखना यह है कि इन तमाम प्रकरणों में स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ओपी बनड़े के निलंबन अथवाा अन्य ठोस कार्रवाई का निर्देश कब देते हैं और इस पर लोक शिक्षण संचालनालय कार्यवाही करता है या पूरेेेेे तंत्र को शर्मामसार करतेेे हुए मनमानी करनेवाले बनड़े को पुन:जिला शिक्षा अधिकारी बनाकर इनाम देने की तैयारी कर ली गई है? जैसा कि आज शैक्षणिक सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना है।