खबर पर संज्ञान लेते हुए तत्काल हुआ एक्शन, आदेश का मखौल बनाने पर मिला दंड..
भोपाल/धार 19 दिसंबर 2024। मध्य प्रदेश के जनजातीय कार्य विभाग के आयुक्त ने संलग्नीकरण को खत्म करने के लिए उठाए कठोर कदम के क्रम में दिनांक 10 दिसंबर 2024 को आदेश जारी किया, जिसमें संपूर्ण मध्य प्रदेश की संबंधित संस्थाओं से संलग्नीकरण/ स्थानांतरण संदर्भित प्रमाण पत्र मांगे गए मगर इसके नाफरमानी की जा रही थी।
युग क्रांति द्वारा पूरे मामले को विस्तार से उठाते हुए जनजातीयकार्य विभाग के मंत्री एवं आयुक्त के सहित संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया। जिसमें यह खबर प्रकाशित की गई “अटैचमेंट समाप्त होने के बावजूद वहीं कार्यरत हैं तमाम लोक सेवक…आयुक्त के आदेश की परिभाषा बदलकर किया जा रहा है उल्लंघन..”। खबर प्रकाशन के तुरंत बाद एक्शन मोड में आए जनजातीय कार्य विभाग के आयुक्त श्रीमन शुक्ला ने महत्वपूर्ण आदेश की परिभाषा बदल उसका मखौल उड़ाने एवं अवहेलना करने वाले धार के सहायक आयुक्त अभिषेक चौधरी को पद से हटाने का निर्देश दे दिया। जिसके अंतर्गत धार कलेक्टर ने चौधरी को इस पद से मुक्त कर दिया और उनके स्थान पर धार जनपद पंचायत की मुख्य कार्यपालक अधिकारी मरीषा शिंदे को सहायक आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार सोंपा गया। आयुक्त के इस कठोर रवैये से धार जिला के साथ अन्यत्र से लोक सेवकों की संलग्निकरण से मुक्ती के कई मामले/नाम सामने आ रहे है।
आयुक्त शुक्ला को हरकत में देख पूरे प्रदेश के जनजातीय विभाग में हड़कंप मच गया है। जिसके चलते कई अधीनस्थ अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्राधिकार में आयुक्त के आदेश के अनुपालन में तेजी दिखाना शुरू कर दिया। इस क्रम में आज जिला धार के बालक पीथमपुर संकुल प्राचार्य रेखा चौधरी ने अपने संकुल में सभी से पदस्थापना के आदेश की कॉपी मांग ली है। जिसमें स्थानांतरण/ संलग्नीकरण के 17 शिक्षकों के नाम सामने आए हैं। जिनमें रितु भुमानी, किरण महावर, कमल कुमार बरुआ, ललिता होलकर, मीनाक्षी भास्केल, गरिमा झाझरिया, सुनीता भावसार, मंजू पाटिल, अनुसूया पाराशर, अभिजीत मालवीय, प्रतिभा तोमर, भगवान सिंह यादव, शिल्पा कुमावत, चेतना शाह, रश्मि शर्मा एवं मीनाक्षी दशोर के नाम शामिल हैं।
निम्न खबर पर हुआ तेजी से असर..
अटैचमेंट समाप्त होने के बावजूद वहीं कार्यरत हैं तमाम लोक सेवक