कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी के लिए प्री बोर्ड परीक्षा से ज्यादा अहमियत रखती है मुख्यमंत्री के कार्यक्रम की भव्यता..
डीईओ के कागजी फरमान ने खोली तंत्र की पोल..
बृजराज एस तोमर, भोपाल/खरगोन। जिला खरगोन के महेश्वर में 24 जनवरी 2025 को मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का दौरा प्रस्तावित है इसमें डॉ यादव कैबिनेट की बैठक सहित अन्य कार्यक्रमों में शिरकत करेंगें। इस दौरे की तैयारी में जिला कलेक्टर एवं जिला शिक्षा अधिकारी से लेकर स्कूलों के प्रिंसिपल जोरों से जुटे हुए।
दिनांक 17.1. 2025 को जिला शिक्षा अधिकारी शैलेंद्र कुमार कनुडे द्वारा समस्त बीईओ, बीआरसी एवं प्राचार्य को निर्धारित प्रोफार्मा के साथ स्वहस्ताक्षरित कागजी फरमान जारी किया गया कि” माननीय मुख्यमंत्री का दिनांक 24.01.2025 को प्रस्तावित महेश्वर दौरा के संबंध में निर्धारित प्रोफार्मा अंतर्गत जानकारी तत्काल भेजें क्योंकि यह जानकारी तुरंत जिला कलेक्टर को भेजी जानी है, कृपया इसे सर्वोच्च प्राथमिकता दें।” आदेशित किया गया कि विकासखंड शिक्षा अधिकारी बड़वाह, महेश्वर, कसरावद, खरगोन को सूचित किया जाता है कि संकुलवार कर्मचारियों की सूची मोबाइल नंबर एंड गाड़ी एवं क्या स्वयं से आयेंगे या ड्राइवर के साथ, ये जानकारी गाड़ी के नंबर व ड्राइवर के नाम सहित भेजे, एक संकुल पर एक गाड़ी भेजेंगे। इस संबंध में अपडेट तत्काल जिला शिक्षा अधिकारी को भेजने का कष्ट करें। दिनांक 24 जनवरी 2025 को श्रीमान मुख्यमंत्री महोदय का महेश्वर में दौरा प्रस्तावित है कृपया इस कार्य की सर्वोच्च प्राथमिकता से जानकारी भेजना सुनिश्चित करें”।
कलेक्टर एवं जिला शिक्षा अधिकारी के सख्त निर्देश के चलते 10वीं एवं 12वीं की प्री- बोर्ड परीक्षा को छोड़कर जिले के सभी शासकीय विद्यालयों के शिक्षकों सहित पूरा शिक्षा विभाग 17 से 24 जनवरी तक इसी सर्वोच्च प्राथमिकता वाले कार्य के लिए भीड़ एवं वाहन जुटाने में लगा रहेगा। युग क्रांति प्रतिनिधि द्वारा जब जिला शिक्षा अधकारी कनुडे से बात करना चाही तो वे बचते नजर आए।
इससे यह तो साफ जाहिर है कि शिक्षा नीति की बड़ी-बड़ी बातें करने वाले मुख्यमंत्री के लिए बच्चों की शिक्षा अथवा परीक्षा क्या अहमियत रखती है ? साथ ही यह पोल भी खुलती है कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रमों में प्रशासन द्वारा भीड़ जुटाने के लिए क्या-क्या जतन किए जाते हैं।