पूर्व परिवहन आरक्षक सौरभ शर्मा की मुश्किलें बढ़ी..
ग्वालियर 22 मार्च 2025। परिवहन विभाग के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा की एक बार फिर मुश्किलें बढ़ गईं हैं। ग्वालियर के सिरोल थाना में शुक्रवार रात सौरभ शर्मा और उसकी मां उमा शर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया गया है। यह मामला सहायक परिवहन आयुक्त किरन कुमार के आवेदन पर दर्ज किया गया है। यह पूरा मामला फर्जी अनकंपा नियुक्ति से जुड़ा हुआ है।
परिवहन विभाग में अनुकंपा नियुक्ति लेते समय सौरभ और उसकी मां उमा शर्मा ने शपथ पत्र में बड़े भाई सचिन शर्मा की छत्तीसगढ़ में सरकारी नौकरी की बात छिपाई थी। अब ग्वालियर में दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है। बता दें कि सौरभ की फर्जी नियुक्ति को लेकर आरटीआई एक्टिविस्ट संकेत साहू पहले से लोकायुक्त में शिकायत पर चुके थे।
छत्तीसगढ़ में बड़े भाई की नौकरी की पुष्टि..
पुलिस को दिए आवेदन के अनुसार, सहायक परिवहन आयुक्त को एक जनवरी 2025 को संयुक्त परिवहन आयुक्त (प्रशासन) की ओर से एक पत्र मिला था। जिसमें सेवानिवृत परिवहन आरक्षक सौरभ शर्मा की नियुक्ति को लेकर दिए गए शपथ पत्र की जांच के निर्देश थे। सहायक परिवहन आयुक्त (शिकायत) ने जांच की और सर्विस रिकॉर्ड मंगाया। सौरभ ने अपने बड़े भाई की नौकरी का शपथ पत्र में जिक्र नहीं किया था। वहीं सौरभ की नियुक्ति के लिए उसकी मां ने भी शपथ पत्र दिया था, जिसमें भी बड़े बेटे की नौकरी की बात छिपाई थी।
जांच के दौरान परिवहन विभाग ने छत्तीसगढ़ के वित्त विभाग में संपर्क किया और वेबसाइट से कर्मचारियों की सूची निकाली तो वहां सौरभ के बड़े भाई सचिन शर्मा के सड़क विकास निगम रायपुर में तैनात होने की पुष्टि हुई जिससे दोनों के शपथ पत्र झूठे होने का प्रमाण मिला है। इसके बाद पुलिस ने सौरभ और मां उमा शर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी और धन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है।