padişahbetpaşacasinograndpashabetcasibom girişcasibom girişcasibom girişcasibom girişkralbetkingroyalmatbet girişmatbet güncel girişmatbet girişmatbet güncel girişholiganbet girişdiyarbakır eskortholiganbet girişholiganbet güncel girişnakitbahisnakitbahis girişnakitbahisnakitbahis girişnakitbahisnakitbahis girişmatbetmatbet girişcasibomcasibom girişholiganbet girişholiganbet güncel girişholiganbet girişholiganbet güncel girişcasibomcasibom girişjojobetjojobet girişpusulabet girişholiganbet girişpusulabetpusulabet girişpusulabet güncel girişvdcasinovdcasino girişholiganbetholiganbet girişkonya eskortvaycasinovaycasino girişjojobetjojobet girişjojobetjojobet girişkavbet girişcasibomcasibom girişpusulabetpusulabet girişjojobetjojobet girişjojobetjojobetjojobet girişnakitbahisnakitbahis girişnakitbahis girişmatbetcasibomcasibomjojobetjojobet girişmavibetsamsun web tasarımnakitbahispusulabetholiganbetholiganbet giriş

परिवहन विभाग में अधिकारी एवं कर्मचारी बिना प्रशिक्षण संभाल रहे हैं मैदान

भोपाल। पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के यहां छापों के बाद चर्चाओं में चल रहे परिवहन विभाग में गड़बड़ी रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। अवैध वसूली की शिकायतें और वीडियो लगातार वायरल हो रहे हैं। वहीं शासन के नियमों के विरुद्ध विभाग में पदस्थ आरटीआई से लेकर कई आरक्षक ऐसे भी हैं, जो सेवा शर्तों को ताक पर रखकर नौकरी कर रहे हैं। 10 साल से ज्यादा समय निकल जाने के बाद भी कइयों ने विभागीय प्रशिक्षण तक नहीं लिया है, फिर भी पदोन्नति और वेतनवृद्धि के साथ मैदानी पदस्थापना का लाभ ले रहे हैं। विभाग में दो निरीक्षक, दो उप निरीक्षक और 12 आरक्षक ऐसे हैं, जिन्हें विभागीय प्रशिक्षण के बिना ही मैदानी पदस्थापना का लाभ दिया जा रहा है।

अधिकारी जिन्होंने नहीं लिया प्रशिक्षण

* रूप कुमार शर्मा (आरटीआई): परिवहन विभाग में 5 मार्च 1984 को लिपिक पद पर नियुक्ति हुई थी। लिपिक वर्गीय सेवा में रहते विभागीय परीक्षा के माध्यम से 16 दिसम्बर 2010 को आरटीआई बने। अब तक विभागीय प्रशिक्षण नहीं लिया।

* राजेन्द्र कुमार स्वर्णकार (आरटीआई): 9 मार्च 1990 को परिवहन विभाग में लिपिक पद पर नियुक्त श्री सोनी 9 मई 2012 को परिवहन निरीक्षक बने। अब तक विभागीय प्रशिक्षण नहीं लिया।

* अंकुर गुप्ता (टीएसआई): भोपाल जिले के मूल निवासी अंकुर गुप्ता की 17 नवम्बर 2017 को परिवहन विभाग में नियुक्ति सीधी भर्ती से हुई। लम्बे समय तक वे क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय, भोपाल में पदस्थ रहकर फ्लाइंग के प्रभारी भी रहे।

* एक अन्य टीएसआई

दो साल में प्रशिक्षण लेना जरूरी..

शासकीय नियमों के अनुसार परिवहन विभाग में नियुक्ति
के बाद प्रवर्तन अमले को छह माह से अधिकतम दो साल में विभागीय प्रशिक्षण लेना अनिवार्य होता है।
प्रशिक्षण नहीं लेने पर शासकीय सेवा शर्तों का उल्लंघन मानते हुए संबंधित अधिकारी या कर्मचारी की पदोन्नति और वेतनवृद्धि नहीं लगाई जाती है और न ही ऐसे अधिकारी कर्मचारियों को मैदानी पदस्थापना सहित अन्य लाभ दिए जाते हैं। लेकिन विभाग में 14 साल पहले प्रवर्तन अमले में नियुक्ति आरटीआई और इतने ही वर्ष पहले नियुक्त आरक्षक तक बिना प्रशिक्षण लिए सेवा शर्तों के उल्लंघन के बावजूद सभी लाभ ले रहे हैं।

आरक्षक जिन्होंने नहीं लिया प्रशिक्षण..

आरक्षक.        नियुक्ति           प्रकार

ऋतु मेहरा     17.1.2014.       अनुकंपा

शिवेन्द्र यादव    28.7.2016      अनुकंपा
भारती बाथम                           अनुकंपा
अभिमा पदम    28.6.2013       सीधी भर्ती
मिथलेश          11.9.2012       सीधी भर्ती
सारंगधर महाले  24.12.2016      अनुकंपा
धर्मेन्द्र विश्वकर्मा   7.11.2019       अनुकंपा
पूजा परिहार-       9.1.2020         अनुकंपा
नवजीत बाथम.     27.2.2021       अनुकंपा
शिप्रा ध्रुवे            4.8.2021.         अनुकंपा
नवाशा जैन         11.8.2021        अनुकंपा
नितिन चतुर्वेदी     28.12.2021     अनुकंपा
सौरभ शर्मा          29.10.2016   अनुकंपा (स्तीफा)

इनका कहना है..

‘आपके द्वारा बहुत अच्छी बात संज्ञान में लाई है। विभाग में 13 आरक्षक, दो आरटीआई, तीन टीएसआई ने प्रशिक्षण नहीं लिया है। तीन माह के प्रशिक्षण के लिए इनकी सूची तैयार है। पुलिस मुख्यालय से आग्रह कर जल्द ही सागर या भौरी में पुलिस प्रशिक्षण भी कराएंगे और इन्हें परिवहन विभाग से संबंधित प्रशिक्षण भी जल्द ही दिलाई जाएगी।’

* विवेक शर्मा, परिवहन आयुक्त मध्य प्रदेश