hacklink al
waterwipes ıslak mendilasetto corsa grafik paketijojobetjojobet girişjojobetjojobet girişjojobetjojobet girişpusulabetpadişahbetpadişahbet girişcasibomjojobetjojobet girişholiganbet girişjojobetjojobet girişpusulabetjojobetjojobet girişbets10

ग्वालियर का सेंट्रल एकेडमी स्कूल एक ऊंची दुकान और फीका पकवान !

बताने के लिए सीबीएसई बोर्ड मगर किताबें लोकल..

ग्वालियर 18 जून 2025। सीबीएसई ने 12 अगस्त 2024 को एक अभूतपूर्व फैसला लिया है, जिसके तहत अब सीबीएसई से संबंधित सभी स्कूलों में केवल एनसीईआरटी की पुस्तक ही पढ़ाई जाएंगी। हालांकि अभी यह नियम 9वीं से लेकर 12वीं तक अनिवार्य किया गया है. वहीं कक्षा 1 से लेकर 8वीं तक के लिए एनसीईआरटी की पुस्तकों से पढ़ाने की सख्त सलाह दी है। यदि स्कूल अपनी मनमर्जी से किसी निजी प्रकाशक की पुस्तक चलाएंगे तो गलत होने की स्थिति में वह स्वयं जिम्मेदार होंगे मगर फिर भी तमाम निजी स्कूल अपनी मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे हैं।

ऐसा ही एक मामला है ग्वालियर में भिंड रोड पर स्थित आदित्यपुरम कॉलोनी के अंतर्गत संचालित सीबीएसईसेंट्रल एकेडमी स्कूल संबद्धता प्राप्त सेंट्रल एकेडमी स्कूल का, जहां एनसीईआरटी पाठ्यक्रम के बजाय अन्य पुस्तकें पढ़ाई जा रही हैं। सूत्रों की माने तो इस स्कूल द्वारा विभिन्न रायटरों की वे पुस्तकें पढ़ाई जा रही है जिनमें बुक सेलर ज्यादा कमीशन ऑफर करता है। जिला प्रशासन के सख्त रवैया के बावजूद सेंट्रल एकेडमी स्कूल का चार दुकानदारों से समझौता है जिसमें सागर स्टेशनरी डीडी नगर, सेंट्रल बुक डिपो डीडी नगर, न्यू बालाजी बुक हाउस एंड स्टेशनरी सदर बाजार मुरार एवं भारतीय बुक डिपो राम मंदिर चौराहा पाटनगर बाजार ग्वालियर के नाम शामिल है। स्कूल द्वारा लोकल किताबों की खरीदी के लिए मजबूर किए जाने वाले पालकों के आपत्ति जताने पर उन्हें कोरी-पारी समझाइश और आश्वासन देकर नजरअंदाज कर दिया जाता है।
इनका कहना है..
हमारा स्कूल सीबीएसई बोर्ड से संबद्धता प्राप्त है और यहां हर क्लास के लिए सिर्फ एनसीईआरटी की पुस्तकें ही चलती है, शेष किसी भी तरह की लोकल बुक आलाउ नहीं है और ना ही हम किसी भी पेरेंट्स अथवा बच्चों से पर्टिकुलर दुकान से पुस्तक खरीदने की सलाह देते हैं।      *प्राचार्य सेंट्रल एकेडमी स्कूल ग्वालियर

जिला प्रशासन द्वारा इन सब चीजों को देखने के लिए लगातार अभियान चलाया जाता है और इस तरह के मामलों में हिदायत पूर्ण अथवा अन्य तरह की कार्रवाई भी की जाती है। मामला आपके द्वारा संज्ञान में आया है तो हम जरूर दिखवाएंगे।        *रविंद्र तोमर, जिला समन्वयक ग्वालियर