युवा कांग्रेस के चुनाव को लेकर कांग्रेस नेता सुनील शर्मा और योगेंद्र तोमर में झगड़ा

योगेंद्र तोमर पर FIR कराने में भाजपा सांसद कुशवाहा ने की मदद..!
पार्टी में सुनील शर्मा भाजपा स्लीपर सेल की भूमिका में !

ग्वालियर/ भोपाल। राहुल गांधी के भोपाल दौरे के बाद कांग्रेस ऐसे नेताओं की लिस्ट तैयार करने में जुट गई है जो कांग्रेस में रहते हुए भाजपा के लिए काम कर रहे हैं। इस क्रम में जहां एक ओर ऑब्जर्वर को भितरघातियां एवं भाजपा की स्लीपर सेल की लिस्ट सौंपे जाने पर तेजी से काम चलने की खबर है तो वहीं दूसरी ओर ग्वालियर में भाजपा की स्लीपर सेल के रूप में सुनील शर्मा का नाम उभरता दिख रहा है।

कल दिनांक 16 जुलाई 2025 को रात्रि 10:00 बजे ग्वालियर के वार्ड 7 मे युवा कांग्रेस चुनाव के लिए कांग्रेस नेता योगेंद्र तोमर (पिंटू) और सुनील शर्मा अपने-अपने कैंडिडेट के लिए वोटिंग करा रहे थे कि उसी दौरान शर्मा समर्थकों की बदसलूकी के चलते विवाद हो गया और यह मामला हजीरा थाने तक पहुंच गया। हजीरा थाना प्रभारी शिवमंगल सेंगर द्वारा दोनों पक्षों को काफी हद तक समझाइश देने की कोशिश की मगर सुनील शर्मा ने खुलेआम गुटबाजी से धूमिल हो रही पार्टी की छवि की परवाह नहीं की और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी पर ग्वालियर सांसद भारत सिंह कुशवाह द्वारा दबाव डलवा कर योगेंद्र तोमर, युवराज तोमर, विक्की बैस व तपन यादव के विरुद्ध मामला दर्ज करवाया। वहीं दूसरे पक्ष योगेंद्र तोमर द्वारा सुनील शर्मा, पोप सिंह बघेल, करण शर्मा एवं दीपक बघेल के विरुद्ध थाने में की गई फरियाद अभी तक सिर्फ आवेदन के रूप में लंबित है।
सूत्रों के हवाले से इस मामले में सबसे अहम बात यह है कि सुनील शर्मा के कहने पर भाजपा सांसद द्वारा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश महासचिव योगेंद्र तोमर एवं उनके समर्थकों पर डकैती का मामला दर्ज करने की कोशिश क्यों की गई। भले ही अपने बचाव के प्रयासों एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की समझ व दबाव के चलते तोमर एवं उनके साथियों पर जमानती अपराध के रूप में भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा- 115 (2), 351(3), 296 व 3(5) अंतर्गत एक तरफा प्रकरण दर्ज हुआ है जबकि इस पूरे विवाद की जड़ शर्मा समर्थक थे।

बता दें कि सुनील शर्मा समर्थित दीपक बघेल ब्लॉक अध्यक्ष का चुनाव लड़ रहा है और इसका पिता पोप सिंह बघेल भारतीय जनता पार्टी में पदाधिकारी/ कार्यकर्ता है। विधानसभा चुनाव के दौरान सियासी एवं आम गलियारों की सुर्खियों में यह तक सुनने को मिला कि शर्मा जी तो भाजपा की गोद में बैठकर विधायक का चुनाव लड़ते हैं तो जीतेंगे कैसे!

दिनों-दिन कांग्रेस के बिगड़ते हालातों को बेहतर बनाने के क्रम में राहुल गांधी द्वारा पार्टी के भितरघातियों और बीजेपी की स्लीपर सेल पर फोकस करना पार्टी के हित में सबसे अहम कदम है। जिस पर प्रदेश के सभी नेताओं को अपने-अपने स्तर से इन भितरघातियों एवं स्लीपर सेलों के नामों को ढूंढ -ढूंढ कर ऑब्जर्वर को देने की एवं पार्टी आला कमान को इन पर सख्त नकेल कसने की जरूरत है, न कि हाई कमान के सामने दिखावा करने की। अन्यथा वह दिन दूर नहीं जब बंद मुट्ठी से रेत की तरह कांग्रेस के रूप में पूरे प्रदेश एवं देश में एक कण भी शेष नहीं बचेगा।