ट्रैफिक सिग्नल ऑफर रेस्क्यू करने की जरूरत..
ग्वालियर 23 जुलाई 2025/ जिले में बाल भिक्षावृत्ति पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में बुधवार को जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने शहर के प्रमुख स्थलों से दो बच्चों को भिक्षावृत्ति करते हुए पकड़ा और उन्हें विधिसम्मत प्रक्रिया के तहत बालक पुनर्वास गृह में आश्रय दिलाया गया।
कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान के निर्देश पर गठित टीम ने बुधवार को ठाटीपुर, फूलबाग व मुरार क्षेत्र में अभियान चलाया। टीम ने भिक्षावृत्ति में लिप्त परिवारों को समझाइश दी और सख्त चेतावनी भी जारी की।
महिला एवं बाल विकास विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार टीम ने ठाटीपुर चौराहे पर एक बालक (12 वर्ष) और एक बालिका (07 वर्ष) को भिक्षावृत्ति से रेस्क्यू कराया गया और उन्हें बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया। जहां से बालक को प्रगति महिला मंडल बालक गृह में और बालिका को मां कैला देवी बालिका गृह में पुनर्वास के लिए भर्ती कराया गया है।
इस अभियान में महिला बाल विकास विभाग, श्रम विभाग, विशेष किशोर पुलिस इकाई, नेहरू युवा केंद्र और सेंटर फॉर डेवलपमेंट (NGO) के सदस्य सक्रिय रूप से शामिल रहे।
यह अभियान एक अगस्त तक लगातार जारी रहेगा। टीम द्वारा आमजन से भी भिक्षावृत्ति को प्रोत्साहन न देने की अपील की गई है।
ट्रैफिक सिगनलों पर रेस्क्यू करने की जरूरत..
शहर के बड़े-बड़े प्रमुख चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल के पास तमाम बच्चे भिक्षावृत्ति करते हुए साफतौर पर देखें जा सकते। जहां दूसरी तरफ ट्रैफिक पुलिसकर्मी चलानी कार्रवाई करने में व्यस्त होते हैं। छोटे-छोटे बच्चे दुर्घटना की परवाह न करते हुए व्यस्ततम ट्रेफिक में भी भिक्षा मांगते रहते हैं। वाकई प्रशासन को ईमानदारी से भिक्षावृत्ति खत्म करना है तो उसकी जड़ तक पहुंच कर समाधान करना होगा। नेताओं की तरह फोटो खिंचवाकर खबर छपवाने से यह मसाला हल होने वाला नहीं है।