hacklink al
waterwipes ıslak mendilasetto corsa grafik paketijojobetjojobet girişjojobetjojobet girişjojobetjojobet girişpusulabetjojobetjojobet girişjojobetjojobet girişpusulabetjojobetjojobet girişbets10padişahbetpadişahbet girişjojobetjojobet girişholiganbetmatbetmatbet girişjojobetjojobet girişjojobet girişjojobet girişjojobetcasibomholiganbetholiganbet giriş

सतना जीएसटी (एईबी) टीम ने टैक्स चोरी मामले में दो वाहन पकड़े

एक वाहन में तंबाकू एवं परचून, दूसरा अंडर वेरीफिकेशन है..

भोपाल 25 जुलाई 2025। कल दिनांक 24.7.2025 को चेकिंग के दौरान निवाड़ी जिला के ओरछा थाना पुलिस ने प्राप्त सूचना के आधार पर/चेकिंग के दौरान वाहन को चेक किया तो मामला टैक्स चोरी से संबंधित होने की बजह से जीएसटी विभाग को सूचना दी। सतना एंटी इवेजन ब्यूरो की टीम ने मौके पर पहुंचकर पकड़े गए वाहन क्रमांक KA 19 ME 2956 का वेरिफिकेशन किया और इस वाहन को ओरछा थाना की चकरपुर चौकी के सुपुर्द कर दिया।

टीम द्वारा की गई प्रारंभिक पड़ताल की जानकारी देते हुए सहायक आयुक्त राजीव गोयल ने बताया कि गाड़ी में मैदा,जीएसटी की कार्रवाई सूजी, Cool lip filter tobacco, हंस तम्बाकू लोड है जिससे कुछ सामान का बिल है और कुछ सामान बिना बिल का है। इसलिए अभी यह कह पाना मुश्किल है कि इस पर क्या पेनल्टी लगाई जाएगी। अभी कार्रवाई चल रही है और कल संबंधित को नोटिस जारी किए जाएंगे।
वहीं दूसरी गाड़ी आज सागर में पकड़ी गई जो महाराष्ट्र फ्रैट करियर ट्रांसपोर्ट की बताई जा रही है। सूचना मिलने तक इसका वेरिफिकेशन नहीं हुआ था लिहाजा इसमें भरे माल व टैक्स चोरी के प्रकार की पुष्टि नहीं हो पाई है मगर पुष्ट सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार यह वाहन पान मसाला से भरा हुआ है। इसलिए यह कहा जा सकता है कि यदि विभाग ने चालानी कार्रवाई में ईमानदारी बरती तो दोनों वाहनों पर तकरीबन 40-40 लाख की पेनल्टी होना सुनिश्चित है।

एसी गोयल द्वारा जानकारी देने से बचना व सतना ब्यूरो के तथाकथित प्रचलित रवैया के चलते ईमानदारी बरतना स्वाभाविक बात तो नहीं है, यदि और केवल यदि यह तभी संभव है जब आयुक्त धनराजू एस इन दोनों प्रकरणों को अपने प्रत्यक्ष संज्ञान में लेते हुए दोनों वाहनों की फिजिकल वेरीफिकेशन की कंप्लीट वीडियोग्राफी एवं बिल वगैरा की गहनता से जांच करें। क्योंकि सूत्र अनुसार इस ब्यूरो के अंतर्गत बंधी का सिस्टम बहु प्रचलित है जिसके अंतर्गत तयसुदा राशि ब्यूरो के वरिष्ठ अधिकारियों पर पहुंचती है उन ट्रांसपोर्टरों को हर प्रकार से टैक्स चोरी में रियायत मिलती है और बांकी को टारगेट किया जाता है जिस टारगेट में यह महाराष्ट्र फ्रेट करियर भी आता है।