36 का आंकड़ा बदला अब प्रेममय 36 (लाख) के आंकड़े में..
भोपाल/सतना 20 अगस्त 2025। यूं तो प्रदेश जीएसटी का सतना एंटी इवेजन ब्यूरो, आयुक्त के पारदर्शी सिस्टम के मंसूबों पर नई-नई तरकीबों और तकनीकों से पानी फेरने में महिर हैं मगर इस क्रम में सामने आए ताजे मामले ने और चार चांद लगा दिए हैं। जिसके अंतर्गत फैक्ट्री मालिक एवं विभाग के अधिकारियों के बीच शुरुआत में प्रशासनिक तनातनी के साथ 36 का आंकड़ा रहा जो सेवा सत्कार के बाद अब प्रेम एवं शिष्टाचार में तब्दील हो गया है।
मामला है रीवा की एक पान मसाला कंपनी Vindhya Areca Nuts का,जो कानपुर बेस्ड है। इसके द्वारा तरीबन 6 माह पहले गोविंदगढ़ रीवा में पान मसाला की एक फैक्ट्री लॉन्च की गई। सूत्रों की माने तो प्रोडक्शन एवं सप्लाई चालू होने के बाद जैसे ही जानकारी सतना एईबी के जेसी एवं डीसी की युगल जोड़ी को हुई वैसे इन्होंने अपनी योजना पर काम करना शुरू कर दिया। फैक्ट्री मालिक पर अपना रुतबा जमाने के लिए इन्होंने दो-तीन महीने तक लगातार कार्रवाई का सिलसिला जारी रखा। जिसमें योजनाबद्ध तरीके से इस फर्म की पान मसाला की उत्तर प्रदेश पास (UP16) दो गाड़ियों पर जीएसटी आयुक्त से पावर लेकर कार्रवाई की गई। जिसके अंतर्गत पान मसाले की दोनों गाड़ियों पर कुल 60 लाख का जुर्माना ठोका गया और इसी तरह यही करवाई मई के महीने में हुई जिसमें उत्तर प्रदेश पास दो गाड़ियों पर कुल 50 लाख का जुर्माना किया और फिर आखिरकार जेसी दीप खरे एवं डीसी उमेश त्रिपाठी की युगलबंदी के समक्ष मसाला कंपनी के मालिक ने घुटने टेक दिए।
सूत्रों की माने तो “बिंध्य अरेका नट्स” के मालिक ने जब जीएसटी के इन दोनों देवताओं के मनमाफिक मान-मनौती एवं सेवा-सत्कार किया तब जाकर कहीं टैक्स चोरी के लिए चिरंजीवी होने का इसे आशीर्वाद मिला। सूत्रानुसार सेवा सत्कार का यह आंकड़ा तकरीबन 36 लाख प्रतिमाह बताया जा रहा है। पान मसाला कंपनी एवं विभाग के अधिकारियों की इस गठजोड़ की पुष्टि इस बात से की जा सकती है कि मई के बाद इस कंपनी की कोई भी गाड़ी पकड़ी नहीं गई है जबकि पान मसाला से भरी दो गाड़ियां रोजाना उत्तर प्रदेश जाती है।
जीएसटी विभाग की पारदर्शी कार्य प्रणाली की मंसा रखने वाले आयुक्त धनराजू एस चाहे तो इस फैक्टरी पर रेड की कार्रवाई करके करोड़ों की टैक्स चोरी को पकड़ने के साथ- साथ विभाग के प्रति इन अधिकारियों की नियत एवं मंसूबों की भली भांति परख कर सकते हैं।