जिसको जो अच्छा लगे करें मगर फर्जी भगतान नहीं होगा- मुख्य अभियंता सूर्यवंशी..
ग्वालियर 8 सितंबर 2025। चाहे लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता द्वारा ठेकेदारों पर जबरिया दबाव बनाने की मंशा हो अथवा गलत कामों के बिलों के भुगतान के लिए ठेकेदारों का धरना प्रदर्शन मगर दोनों के बीच संघर्ष का यह क्रम खत्म होने की बजाय नया मोड़ लेता जा रहा है। जिसके अंतर्गत ठेकेदारों द्वारा प्रदेश के मंत्री एवं मुख्यमंत्री को दिए जा रहे ज्ञापनों के बाद उनके आरोपों ने आज एक नया खुलासा किया है।
लोक निर्माण विभाग के ठेकेदारों के प्रतिनिधिमंडल ने आज प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से मुख्य अभियंता एस एल सूर्यवंशी पर तमाम आरोप लगाते हुए युग क्रांति को बताया कि हम सभी ठेकेदार बिगत चार माह से अपने द्वारा पूर्ण किए गए कार्यों के बिलों के भुगतान की मांग कर रहे है, जिस पर सीई साहब द्वारा विभाग से गायब हुई 118 टैंडर फाइलों के लिए उल्टा ठेकेदारों पर दोष मढ़ने का दुष्प्रचार करते हुए कहा जा रहा है कि ” मेरे द्वारा वही माप पुस्तिका (एमबी) मांगी गई है जो गुम हुई हैं”। जबकि गुमसुदा इन फाइलों में से 100 का भुगतान बहुत पहले ही हो चुका है।
सूर्यवंशी पर अनियमितताओं के आरोप..
ठेकेदारों द्वारा अपने साथ हो रही नाइंसाफी के साथ सूर्यवंशी पर सजातीय आधार पर अधीनस्थ अधिकारियों को बढ़ावा देने एवं उनके साथ मिलकर जबरन बसूली जैसे तमाम आरोप लगाए गए। जिसमें गुना सर्कल के सजातीय एसडीओ को ग्वालियर में अन्य एसडीओ की मौजूदगी के बावजूद चार्ज देना, मुरैना की रोड का मुख्य अभियंता के निरीक्षण के बाद ठेकेदार कंपनी के काम में जबरिया कमी खोजकर उससे 16 लाख की वसूली का दायित्व सजातीय एसडीओ को देना, शिवपुरी में रोड का निर्माण करने वाली आर आर संस के कार्य का निरीक्षण कर कमियां निकालते हुए बैंक गारंटी जप्त करने के लिए कार्यपालन संभाग शिवपुरी के सहायक ग्रेड 3 रवीश कुमार भटनागर को जयपुर भेजा गया लेकिन इस दबाब के एवज में जब वसूली की रकम सूर्यवंशी को मिल गई तो उन्होंने भटनागर को बिना बैंक गारंटी जप्त किये वापस बुला लिया और इसी तरह मेटालाइट कंपनी से अवैध वसूली की मांग पूरी न होने पर उसे ब्लैक लिस्ट कर ढाई करोड रुपए का भुगतान रोक दिया है साथ ही उपयंत्रियों पर कार्रवाई का दबाव डाला जा रहा है और इस कंपनी के मूल दस्तावेज अपने ऑफिस में मंगा लिए हैं.. बगैरा बगैरा मामले शामिल हैं।
ठेकेदारों ने बताया कि मुख्य अभियंता द्वारा ग्वालियर संभाग आयुक्त को गुमराह कर गलत तरीके से दूसरा अजाक्स भवन रेस कोर्स रोड पर नियम विरुद्ध आवंटित कराया गया जबकि अजाक्स कार्यालय थाटीपुर में पहले से स्थापित है। इसके द्वारा रेस कोर्स रोड 27 ए आजाक्स भवन में तीन बार संधारण कार्य के रूप में लगभग एक करोड़ के कार्य कराते हुए शासन के पैसे का दुरुपयोग किया गया और बिना शासकीय अनुमति के यहां पर प्रतिमा स्थापित कराई गई जोकि जातिगत भावना को रंग देने की साजिश का हिस्सा है। इसी तरह सूर्यवंशी ने अपने मनमाने रवैया से मुख्य अभियंता कार्यालय में डेढ़ से दो करोड़ का कार्य कार्य पूर्णतया नियम विरुद्ध कराया। लिहजा इन सभी की जांच होनी चाहिए और मुख्य अभियंता सूर्यवंशी पर कार्रवाई करते हुए यहां से हटाना चाहिए अब यही हमारी एक सूत्रीय मांग और लड़ाई है।
वहीं दूसरी ओर मुख्य अभियंता सूर्यवंशी का कहना है कि इस पर मैं पहले भी काफी कुछ स्पष्ट कर चुका हूं, वही बात है कि चुनिंदा कुछ ठेकेदारों की न तो यह कोई मांग है और ना लड़ाई, सिर्फ गलत काम के फर्जी बिलों के भुगतान पर लगी रोक से छटपटाहट है। मैंने जो एमबी मांगी है वह कार्यपालन यंत्री एवं ठेकेदार मेरे पास पहुंचा दें। मैं उनकी जांच करूंगा और जो भुगतान योग्य काम होगा उसका भुगतान किया जाएगा। बिना जांच किए हुए किसी भी ऐसे काम का भुगतान नहीं किया जाएगा जो मेरे संज्ञान में गलत है, चाहे इसके लिए कोई भी कुछ भी करें।