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किसानों के खिलाफ भाजपा सरकार की नई साजिश – MSP पर खरीदी से पीछे हटना प्रदेश के अन्नदाताओं के साथ विश्वासघात : कमलनाथ

किसानों के आर्थिक शोषण की नीति वापस ले सरकार- जीतू पटवारी
भाजपा ने किसानों से किए वादे तोड़े, अब खरीदी से मुकरना विश्वासघात- उमंग सिंघार

भोपाल 3 नवंबर 2025। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने भाजपा सरकार पर किसानों के हितों से विश्वासघात करने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार किसानों को गहरे संकट में धकेल रही है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा : भाजपा सरकार किसानों को आर्थिक बर्बादी की ओर धकेल रही है और सरकार ने करोड़ों किसानों को संकट में डालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
जिस भाजपा ने 2023 के विधानसभा चुनाव में किसानों से गेहूं और धान का बढ़ा हुआ न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) देने का वादा किया था, अब वही सरकार MSP पर खरीदी से पीछे हट गई है।

उन्होंने कहा कि नागरिक आपूर्ति निगम (नान) पर ₹77,000 करोड़ के कर्ज़ का बहाना बनाकर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने केंद्र सरकार से FCI के माध्यम से सीधी खरीदी का अनुरोध किया है, जिससे किसानों को भारी नुकसान होगा।
“FCI की जटिल प्रक्रिया में किसानों की फसल रिजेक्ट होगी और उन्हें औने-पौने दामों पर अपनी उपज बेचनी पड़ेगी।”

कमलनाथ ने कहा : भाजपा सरकार लगातार किसान विरोधी फैसले ले रही है

खाद और बीज के लिए किसान परेशान हैं, मूंग की खरीदी में किसानों को धोखा दिया गया और कांग्रेस सरकार द्वारा शुरू की गई कर्जमाफी योजना को बंद कर दिया गया।

उन्होंने कहा, “भाजपा चाहती है कि किसान बदहाल हो जाए ताकि उसकी ज़मीन हड़प ली जाए। भाजपा की मानसिकता अंग्रेज़ी राज से भी ज़्यादा किसान-विरोधी है। मैं माँग करता हूँ कि MSP पर खरीदी की मौजूदा प्रक्रिया में कोई बदलाव न किया जाए।”

जीतू पटवारी ने कहा : भाजपा सरकार का यह निर्णय किसानों के साथ सीधा विश्वासघात है

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री जीतू पटवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव का केंद्र सरकार को पत्र लिखना यह साबित करता है कि प्रदेश सरकार गेहूं और धान की सरकारी खरीदी से पीछे हट रही है। उन्होंने कहा, “सरकार का यह तर्क कि अब FCI खरीदी करेगा, किसानों को ठगने की साजिश है। गुणवत्ता मानकों के नाम पर लाखों क्विंटल गेहूं रिजेक्ट होगा और किसान फिर से औने-पौने दामों पर उपज बेचने को मजबूर होंगे।”

श्री पटवारी ने कहा, कि “मैं इस नीति का कड़ा विरोध करता हूँ और भाजपा सरकार से माँग करता हूँ कि किसानों के आर्थिक शोषण की यह नीति तत्काल वापस ली जाए।”

उमंग सिंघार ने कहा :भाजपा सरकार ने चुनावी वादे तोड़े, किसानों से किया धोखा

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री उमंग सिंघार ने कहा कि धान और गेहूं की खरीदी से पीछे हटना किसानों के साथ सीधा अन्याय है। उन्होंने कहा, “सरकार कहती है कि हमारे पास पैसे नहीं हैं, लेकिन जब बड़े-बड़े कार्यक्रमों में करोड़ों रुपये खर्च होते हैं, तब आपको कर्ज याद नहीं आता।”

सिंघार ने कहा, “आपने चुनावों में ₹2700 प्रति क्विंटल गेहूं और ₹3100 प्रति क्विंटल धान खरीदने का वादा किया था, पर अब किसान ठगा गया है। जब किसानों की खरीदी का समय आता है, तब जिम्मेदारी केंद्र पर डाल दी जाती है, यह कायरता है।” उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वे तत्काल धान और गेहूं की खरीदी प्रारंभ करें और किसानों के दुख-दर्द को समझें।

कांग्रेस ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि किसानों की खरीदी की प्रक्रिया में सरकार ने अपने निर्णय पर पुनर्विचार नहीं किया, तो पूरे प्रदेश में बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा।