भोपाल, 11 नवम्बर 2025। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष जीतू पटवारी द्वारा आज जारी प्रेस-विज्ञप्ति में मुख्यमंत्री मोहन यादव, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा प्रदेश सरकार पर लगाए गए गंभीर आरोपों के बाद प्रदेश भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “पटवारी तथ्यहीन, भड़काऊ और राजनीतिक लाभ के लिए बयानबाजी कर रहे हैं। कांग्रेस निराधार आरोपों के सहारे अपनी खोई जमीन तलाश रही है।”
भाजपा का कांग्रेस पर करारा जवाब…
भाजपा प्रवक्ता ने राजपाल सिसोदिया ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का विदेश दौरा पूर्व निर्धारित था और दिल्ली ब्लास्ट पर केंद्र सरकार, एजेंसियों और सुरक्षा तंत्र ने तत्काल कार्रवाई की।
भाजपा ने आरोप लगाया कि
“कांग्रेस राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे संवेदनशील मसलों पर भी राजनीति करने में पीछे नहीं हटती। पटवारी देश की भावनाओं से खेल रहे हैं।”
सचिव–रोजगार सहायकों पर टिप्पणी विवाद— भाजपा की सफाई
कांग्रेस द्वारा मुख्यमंत्री मोहन यादव पर सचिवों और रोजगार सहायकों के अपमान के आरोप पर भाजपा ने कहा—
“मुख्यमंत्री ने किसी भी वर्ग को अपमानित नहीं किया। सीएम ने सिर्फ सिस्टम को और अधिक जवाबदेह व परिणाम-केंद्रित बनाने की बात कही थी। पटवारी राजनीतिक नाटक के लिए शब्दों को तोड़-मरोड़ रहे हैं।”
भाजपा ने कांग्रेस के “सार्वजनिक माफी” की मांग को “राजनीतिक नौटंकी” बताया और कहा कि
“कांग्रेस 2028 की तैयारी नहीं, 2023 की पराज़य की कुंठा से नहीं निकल पाई है।”
केरवा डैम विवाद पर भी भाजपा का वार
केरवा डैम विवाद को लेकर पटवारी द्वारा सरकार को ‘अलीबाबा और चालीस चोर’ कहे जाने पर भाजपा ने कड़ा विरोध जताते हुए कहा—
“पटवारी का यह बयान मर्यादा-रेखा का उल्लंघन है। भ्रष्टाचार पर जीरो-टॉलरेंस की नीति पर चल रही सरकार को इस तरह चोर कहना कांग्रेस की मानसिक दिवालियापन का प्रमाण है।”
भाजपा ने कांग्रेस से पूछा कि
“अगर उनके पास कोई ठोस सबूत है तो सार्वजनिक करें, अन्यथा क्षमा माँगें।”
कांग्रेस नवसृजन प्रशिक्षण शिविर पर भाजपा की टिप्पणी
भाजपा ने तंज कसा कि—
“कांग्रेस को प्रशिक्षण नहीं, पुनर्जीवन की जरूरत है। गुटबाजी, नेतृत्व संकट और संगठनहीनता कांग्रेस की सबसे बड़ी समस्या है।”
भाजपा ने कहा कि जनता कांग्रेस के वादों और रणनीतियों पर नहीं, मोदी–यादव सरकार के विकास मॉडल पर भरोसा कर रही है।
बिहार एग्जिट पोल और ‘SIR’ मुद्दे पर भाजपा का जवाब
भाजपा ने कहा कि पटवारी हर मुद्दे पर “अगर-मगर” की राजनीति करते हैं और एग्जिट पोल पर टिप्पणी कर सुर्खियाँ बटोरने की कोशिश कर रहे हैं। जहाँ तक संवैधानिक संस्थाओं की रक्षा की बात है, भाजपा ने कहा—“कांग्रेस खुद संस्थाओं पर हमला करने का इतिहास रखती है, आज नैतिकता की बात करना विडंबना है।”
कांग्रेस की प्रेस-विज्ञप्ति ने जहाँ कई मुद्दों पर प्रदेश की भाजपा सरकार और केंद्र पर सवाल उठाए, वहीं भाजपा ने इसे ओछी राजनीति करार देते हुए हर आरोप को सिरे से खारिज कर दिया।
प्रदेश की राजनीति में पटवारी बनाम भाजपा की यह शब्द-युद्ध एक बार फिर आने वाले चुनावी समीकरणों के लिए माहौल गर्माने लगा है।
