ग्वालियर/श्योपुर 21 नवंबर 2025। अधिक वर्षा के कारण श्योपुर ज़िले में किसानों की फसलें बर्बाद हो गईं। सर्वे होने के बावजूद किसानों को अब तक मुआवज़ा नहीं मिला है, जिसके चलते आर्थिक तंगी और मानसिक दबाव से एक किसान ने आत्महत्या जैसा दुखद कदम उठा लिया। किसान कैलाश मीणा जी ने अपनी बर्बाद फसलों की हालत देखकर आत्महत्या कर ली, परंतु आज तक उनके परिवार को भी कोई मुआवज़ा नहीं दिया गया।
इन्हीं सवालों को लेकर श्योपुर विधायक श्री बाबू जांडेल सिंह जी फसल मुआवज़े की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए और आमरण अनशन का ऐलान किया। आज प्रशासन की ओर से लिखित/स्पष्ट आश्वासन मिलने के बाद, मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष माननीय श्री जीतू पटवारी जी के आग्रह पर विधायक बाबू जांडेल सिंह जी ने अपना अनशन समाप्त किया और प्रशासन को 1 दिसंबर तक का समय दिया है। यदि तब तक किसानों को न्याय नहीं मिला तो कांग्रेस द्वारा भोपाल में व्यापक धरना-आंदोलन किया जाएगा।
मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री जीतू पटवारी जी आज श्योपुर पहुंचे, धरना स्थल पर जाकर विधायक बाबू जांडेल सिंह जी से चर्चा की और उनके साथ पैदल सभा स्थल तक पहुंचे। उन्होंने किसानों की पीड़ा सुनी, प्रशासन को स्पष्ट चेतावनी दी और कहा कि श्योपुर के हर किसान का एक-एक दाना कांग्रेस के लिए संकल्प है। फसल बर्बाद, किसान बर्बाद और सरकार मूकदर्शक – यह अब नहीं चलेगा। मुआवज़ा दिलाकर ही दम लेंगे । इसी क्रम में किसान हितों की रक्षा के लिए शुरू हुई “श्योपुर में आयोजित किसान न्याय यात्रा” में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया
इस अवसर पर मंच पर तथा किसान न्याय के इस संघर्ष में प्रमुख रूप से राज्यसभा सांसद श्री अशोक सिंह,विधायक श्री फूल सिंह बरैया,पूर्व मंत्री श्री जयवर्धन सिंह,विधायक श्री पंकज उपाध्याय,विधायक श्री मुकेश मल्होत्रा,श्री कैलाश कुशवाहा,श्रीमती नीतू सिकरवार,श्री सुनील शर्मा,पूर्व विधायक श्री प्रगीलाल जाटव,पूर्व विधायक श्री बैजनाथ कुशवाहा उपस्थित रहे।
अंत में श्री जीतू पटवारी जी ने दोहराया कि “कांग्रेस का हर संघर्ष किसान, नौजवान और आम आदमी के लिए है। श्योपुर के किसानों को उनका हक़ दिलाकर ही हम चैन से बैठेंगे। 1 दिसंबर की समय-सीमा सरकार के लिए आखिरी चेतावनी है।”
