कलेक्टर लोकेश कुमार जांगिड़ एक्शन मोड में..
मुरैना 24 नवंबर 2025। जिले में कलेक्टर लोकेश कुमार जांगिड़ इन दिनों पूरी तरह एक्शन मोड में हैं। निरीक्षण, वीडियो कॉलिंग, जनसुनवाई और विभिन्न शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई ने पूरे प्रशासनिक ढांचे में भूचाल ला दिया है। लगातार हो रही ताबड़तोड़ कार्रवाई से जहां अधिकारी-कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है, वहीं आम जनता कलेक्टर की सक्रियता से बेहद संतुष्ट और सुरक्षित महसूस कर रही है।
पिछले कुछ हफ्तों से कलेक्टर जांगिड़ ने कई विभागों की कार्यप्रणाली पर गहरी नजर रखते हुए अचानक निरीक्षण, ऑन-द-स्पॉट वीडियो कॉलिंग चेक और जनसुनवाई में उठे मामलों पर तत्काल निर्णय लेने शुरू किए। इसका सीधा असर यह हुआ कि लापरवाही बरतने वाले कई कर्मचारियों पर कार्रवाई की गाज गिरी। कुछ मामलों में तो अधिकारियों को मौके पर ही सस्पेंड या कारण बताओ नोटिस तक जारी किया गया।
वीडियो कॉलिंग से निरीक्षण बना चर्चा का विषय..

कलेक्टर द्वारा अपनाई गई नई मॉनिटरिंग शैली—वीडियो कॉलिंग के माध्यम से निरीक्षण—पूरे जिले में चर्चा का विषय है। कलेक्टर ने कई विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों को वीडियो कॉल पर ही मौके की लाइव स्थिति दिखाने के निर्देश दिए, जिससे किसी भी प्रकार की लीपापोती की गुंजाइश समाप्त हो गई। इस मॉडल से शासन के कार्यों में पारदर्शिता और तत्परता दोनों में इजाफा हुआ है। इसी क्रम में वीडियो कॉलिंग के दौरान मौके पर अपनी ड्यूटी न करने वाले कई अधिकारियों/कर्मचारियों पर गाज गिरी।
सुनवाई में त्वरित कार्रवाई से जनता में भरोसा मजबूत
जनता से आने वाली शिकायतों पर कलेक्टर जांगिड़ की सख्त और संवेदनशील भूमिका ने आम लोगों का विश्वास और भी मजबूत किया है। जहां अधिकारी-कर्मचारियों में भय का वातावरण है, वहीं जनता को पहली बार ऐसा महसूस हो रहा है कि उनकी समस्याएं सुनी भी जा रही हैं और हल भी हो रही हैं। यही कारण है कि ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहर तक, लोग कलेक्टर की इस कार्यशैली की तारीफ करते नहीं थक रहे।
प्रशासनिक अमले में हाहाकार, जनता में सुकून
जहां एक तरफ लगातार हो रही कार्रवाइयों से प्रशासनिक अमले में हाहाकार मचा हुआ है, वहीं दूसरी तरफ जिला प्रशासन की इस तत्परता से जनता को भविष्य को लेकर सुकून मिला है। कलेक्टर की सक्रियता ने भ्रष्टाचार, लापरवाही और देरी की पुरानी व्यवस्था पर सीधा प्रहार किया है।जांगिड़ ने हाल ही में कई सख्त कार्रवाई की हैं। इनमें 13 कर्मचारियों को निलंबित करना, अवैध रेत खनन और परिवहन पर रोक लगाना और अतिक्रमण हटाना शामिल है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने जिले के विकास कार्यों और आजीविका संवर्धन के लिए भी कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
सूत्रों के अनुसार, आने वाले दिनों में कलेक्टर जांगिड़ कार्रवाई और निगरानी की इस गति को और तेज कर सकते हैं। जिले में बेहतर शासन और पारदर्शी प्रशासन की दिशा में यह रफ्तार मुरैना को प्रदेश में एक नए मॉडल के रूप में स्थापित कर सकती है। कलेक्टर जागिड़ स्थानीय मंत्री के कभी कभार हस्तक्षेप को भी बड़ी कशलता के साथ टैकल कर रहे हैं।
