बाल भिक्षावृत्ति उन्मूलन एवं किशोर न्याय अधिनियम के संबंध में दी गई जानकारी, जन जागरूकता रैली का किया गया आयोजन
भिक्षावृत्ति देश में सुनियोजित क्राइम है, ठोस कदम उठाने की जरूरत
भिण्ड 28 अक्टूबर 2024। कलेक्टर श्री संजीव श्रीवास्तव के मार्गदर्शन एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री संजय कुमार जैन के निर्देशन में जिला भिण्ड अंतर्गत शासन निर्देशानुसार बाल भिक्षावृत्ति उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है।
बाल संरक्षण अधिकारी अजय सक्सेना के द्वारा अवगत कराया गया कि अभियान के तहत पुलिस विभाग के समन्वय से समस्त थाना अंतर्गत भी बाल भिक्षावृत्ति उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है, जिसके क्रम में गोहद थाने एवं गोहद के नजदीक विभिन्न शासकीय कार्यालय में परियोजना कार्यालय में बाल भिक्षावृत्ति उन्मूलन एवं किशोर न्याय अधिनियम के संबंध में विस्तार से प्रशिक्षण दिलाया गया। सभी थाना के कार्यरत कर्मचारी थाना प्रभारी एवं अन्य स्टाफ के साथ महिला बाल विकास के परियोजना अधिकारी पर्यवेक्षक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं जन सामान्य को पॉक्सो अधिनियम के तहत सुरक्षित, असुरक्षित स्पर्श को पहचान कर स्वयं को सुरक्षित रखने के उपाय बताए, अपने बच्चों को किस प्रकार से प्रशिक्षित करें यह जानकारी पॉक्सो ई बॉक्स एवं सपोर्ट पर्सन एवं अधिनियम के तहत मिलने वाली विभिन्न सुविधाओं के बारे में जानकारी दी गई।
बाल भिक्षा वृत्ति उन्मूलन अभियान के तहत महिला एवं बाल विकास विभाग से दल का नेतृत्व सामाजिक कार्यकर्ता संजय मिश्रा द्वारा किया गया एवं परियोजना अंतर्गत परियोजना अधिकारी डॉ संदीप मौर्य, पर्यवेक्षक आभा श्रीवास्तव, गोहद थाना अंतर्गत थाना प्रभारी विजेंद्र सिंह तोमर, डॉ किरण दुबे, सुनिता छारी, सीमा गुप्ता, ऋचा शर्मा एवं परियोजना कार्यालय का अन्य स्टॉफ़ और बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
रैली में बाल भिक्षावृत्ति अपराध है, भिक्षा नहीं शिक्षा, भिक्षावृत्ति से नाता तोड़ो शिक्षा से नाता जोड़ो, नारों के साथ नगर के प्रमुख स्थलों पर रैली निकाल कर जन जागरूकता का कार्य किया गया। रैली में बाल भिक्षावृत्ति उन्मूलन के संबंध में विभाग द्वारा तैयार किए गए पोस्टर, कैलेंडर लेते हुए जागरूकता का संदेश दिया गया इसके साथ ही विभाग की ओर से तैयार विशेष प्रशिक्षण सामग्री भी रैली में उपस्थित प्रत्येक को प्रदान की गई। संबंधित थाना में भी प्रचार सामग्री उपलब्ध कराकर प्रचार प्रसार करने का अनुरोध किया गया थाना प्रभारी गोहद द्वारा भी रैली में सहयोग किया गया और उनके द्वारा अवगत कराया गया कि यदि कोई भी बालक भिक्षावृत्ति अथवा बाल शोषण से पीड़ित मिलता है तो तत्काल बाल कल्याण समिति, चाइल्ड हेल्पलाइन अथवा महिला बाल विकास और पुलिस को सूचना देकर उनके संरक्षण में सहयोग दे सकते हैं।
भिक्षावृत्ति देश में सुनियोजित क्राइम है..
बड़े-बड़े शहरों और महानगरों में भिक्षावृत्ति एक सुनियोजित क्राइम है जिसे रैकेट के रूप में संचालित किया जाता है। चाहे पेट की भूंख हो अथवा प्रोजेक्टेड क्राइम दोनों ही सूरत में यह परिस्थिति सिर्फ जन जागृति से नियंत्रित होने वाली नहीं। इसके लिए शासन और प्रशासन को जमीनी स्तर पर ठोस कदम उठाने की जरूरत है। भले ही भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव पूरी मंसा के साथ इस पर नियंत्रण पाना चाहते हैं मगर हर चौराहे पर उनकी मंसा की धज्जियां उड़ाने के दृश्य देखे जा सकते हैं जहां सरे आम चौराहों पर छोटे-छोटे बच्चे एवं महिलाएं हादसे के जोखिमों के साथ भीख मांगते रहते है और ट्रैफिक पुलिस अथवा अन्य पुलिसकर्मी अपने टारगेट को पूरा करने में मगरूर रहते हैं।