गुलशन बामरा प्रमुख सचिव एवं श्रीमन शुक्ला विकास आयुक्त बने..
युग क्रांति की खबरों पर मंत्री ने स्वयं लिया संज्ञान..
भोपाल 12 नवंबर 2024। मध्य प्रदेश का जनजातीय कार्य विभाग यूं तो अक्सर सुर्खियों में रहा है मगर पिछले 15 दिनों से इसका सेंसेक्स इतना बढ़ा कि डॉ ई रमेश कुमार को प्रदेश के सर्वोच्च पदों को गवाना पड़ा।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के जनजातीय कार्य विभाग के मंत्रालय द्वारा हाल ही में 14 अक्टूबर 2024 को जारी की गई उच्च पद प्रभार सौपे जाने की बहु प्रतीक्षित सूची एवं इस क्रम में जनजाति विभाग के इंदौर संभाग उपायुक्त बीसी पांडे ने सहायक आयुक्तों को दिनांक 18 अक्टूबर 2024 को आनन-फानन में पत्र भेजकर प्रदेश भर में खलबली मचा दी। इससे पूर्व भी पूरे प्रदेश से कई सनसनीखेज मामले प्रकाश में आते रहे और जनजाति कार्य विभाग के प्रमुख सचिव एवं आदिवासी विकास आयुक्त डॉ ई रमेश कुमार न सिर्फ ये सब देखते रहे बल्कि मूक सहमति के साथ बढ़ावा देते रहे।
जिस पर युग क्रांति द्वारा विभाग के मंत्री कुंवर विजय साह के संज्ञान में लाते हुए प्रमुखता के साथ खबरें प्रकाशित की गई जिसमें मुख्य रूप से.“मप्र जनजाति कार्य विभाग में उच्चपद प्रभार प्रक्रिया में हो रही हैं भारी अनियमितताएं..,भ्रष्टाचार के साजिशाना तरीका से लोक सेवकों को किया जा रहा है परेशान..” रहीं । खबर प्रशासन के बाद हरकत में आए मंत्री श्री साह ने तमाम जानकारियां से संदर्भित फाइल एवं कागजात डॉ कुमार से तलब करने के बावजूद उन्हें उपलब्ध न करने पर श्री शाह के नाराजगी बढ़ती गई। दौरान ए खबर मंत्री श्री शाह से प्रधान संपादक बृजराज सिंह तोमर की हुई चर्चा में मंत्री जी ने अपनी नाराजगी के साथ सुव्यवस्था के लिए प्रदेश स्तरीय फेरबदल के संकेत दिए थे जिसे आज अमल में लाया गया ।
इसके चलते डॉ कुमार को मध्य प्रदेश के जनजातीय कार्य विभाग के प्रमुख सचिव एवं आदिवासी विकास आयुक्त के पद से हटा दिया गया अब सिर्फ उन्हें अनुसूचित जाति कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव तक सीमित कर दिया गया है। उनके स्थान पर जनजाति कार्य विभाग के प्रमुख सचिव के रूप में गुलशन बामरा एवं मप्र आदिवासी विकास आयुक्त के रूप में श्रीमन शुक्ल को पदस्थ किया गया है। व्यवस्था को दुरुस्त करने एवं अनियमित्ताओं पर नियंत्रण पाने के क्रम में शासन द्वारा लिए गए इस सराहनीय निर्णय पर संपादक तोमर ने विभाग के मंत्री कुंवर विजय शाह को फोन पर धन्यवाद ज्ञापित करते हुए प्रदेश की जनता एवं संपूर्ण विभाग की ओर से आभार व्यक्त किया।
इस खबर पर हुआ असर..
मप्र जनजाति कार्य विभाग में उच्चपद प्रभार प्रक्रिया में हो रही हैं भारी अनियमितताएं.